डायनासोर जैसा विचित्र जीव वन विभाग को सौंपा सूरदा में दिखा।
मुसाबनी:- मुसाबनी प्रखंड के सूरदा मैं एक व्यक्ति के बागान में सोमवार की सुबह लगभग 6 बजे एक विचित्र जीव देखा गया। देखने में यह छोटा डायनासोर जैसा प्रतीत हो रहा था। मवेशियों से बचाने के लिए बागान की घेराबंदी मालिक द्वारा प्लास्टिक से बनी जाली से किया गया था।इसी जाली में डायनासोर जैसा दिखने वाला वज्र कीट फंस गया। जिसे वैज्ञानिक भाषा में पैंगोलिन भी कहा जाता है। स्थानीय लोग इसे सूरजमुखी के नाम से भी जानते हैं। बागान मालिक ने इसकी सूचना कांग्रेस नेता शमशेर खान को दी तब तक इस जीव को देखने के लिए भारी भीड़ एकत्रित हो गई थी। शमशेर खान ने वन विभाग के हो होमगार्ड ईश्वर पातर को इसकी जानकारी दी। ईश्वर पातर ने बागान में आकर इस बज्र कीट को देखा एवं इसे अपने कब्जे में लेकर नेता शमशेर खान के साथ मुसाबनी वन विभाग कार्यालय पहुंच कर इस जीव को सुरक्षित वन विभाग को सौंप दिया।
रेंजर प्रशांत कुमार गोस्वामी ने बताया कि पैंगोलिन अति दुर्लभ प्राणी है। तस्करों के रडार पर रहने वाला पैंगोलिन को आसपास के जंगलों में कई बार देखा गया है। उन्होंने बताया कि पैंगोलिन फोलिडोटा गण का एक स्तनधारी प्राणी है। इसके शरीर पर केराटिन के बने शल्कनुमा संरचना होती है। जिससे यह अन्य प्राणियों से अपनी रक्षा करता है। शर्मिला माने जाने वाला पैंगोलिन ऐसे शल्कों वाला अकेला स्तनधारी है। यह अफ्रीका और एशिया में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। इसे भारत में सल्लू सांप भी कहते हैं।अंधविश्वासी प्रथाओं के कारण इनका अक्सर शिकार किया जाता है। जिसकी वजह से पैंगोलिन की सभी जातियां अब संकट ग्रस्त मानी जाती हैं और उन सब पर विलुप्ति का खतरा मंडरा रहा है। इस वज्र कीट को वन विभाग के फॉरेस्ट गार्ड सुमन कुमार महतो, होमगार्ड दुर्गा महतो, ईश्वर पातर आदि द्वारा सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया है।