आदित्यपुर : 1 लाख 36 हजार करोड़ रॉयल्टी के लिए एक और आंदोलन की जरूरत : दीपक बिरुआ

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Adityapur : झारखंड आंदोलनकारी और मजदूर नेता लालमोहन सरदार उर्फ नाडू सरदार की 32वें शहादत दिवस पर झामुमो ने चावला मोड़ में विशाल सभाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड सरकार के परिवहन व भू राजस्व मंत्री मंत्री दीपक बिरुआ मौजूद रहे. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जो लड़ते हैं वही मरते हैं यह झामुमो की पहचान है. इसलिए आज झामुमो ज्यादा शहीद दिवस मनाती है. अगर किन्ही का जमीन हड़पा गया है हमें बताएं हम उन्हें न्याय दिलाएंगे. केंद्र सरकार आज झारखंड सरकार के हिस्से की रॉयल्टी 1 लाख 36 हजार करोड़ नहीं दे रही है, लगता है इसके लिए भी एक आंदोलन करनी होगी. केंद्रीय सदस्य गणेश चौधरी ने संबोधन में कहा कि आज से करीब 32 साल पूर्व लालमोहन सरदार ने औद्योगिक क्षेत्र के कामगारों के लिए आंदोलन छेड़ा था. वे सक्रिय रुप से अलग झारखंड के आंदोलन कारी भी थे. हमें काफी संघर्ष के बाद सफलता मिली जिसका परिणाम है कि आज झारखंड अलग राज्य है और हेमंत सोरेन हमारे मुख्यमंत्री हैं. कार्यक्रम को पार्टी के प्रत्याशी रहे गणेश महाली ने संबोधित करते हुए कहा कि झामुमो ही ऐसी पार्टी है जो अपने कार्यकर्ताओं को सम्मान देती है. आज औद्योगिक क्षेत्र की कंपनियों में 75 फीसदी स्थानीय को आरक्षण झामुमो की ही देन है. उन्होंने 25 दिसंबर से पूर्व मईया सम्मान की निधि भेजे जाने की बात कही. सभा को भगलु सोरेन, कृष्ना बास्के, गुरुचरण मुखी ने भी संबोधित किया.

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इस कार्यक्रम की अध्यक्षता के नगर निगम के संयोजक वीरेंद्र प्रधान ने किया. विशिष्ट अतिथि के रूप में झामुमो के केंद्रीय सदस्य गणेश चौधरी, कृष्ना बास्के, और जेएमएम के विधानसभा प्रत्याशी रहे गणेश महाली के साथ सम्मानित अतिथि के रूप में झामुमो के जिला अध्यक्ष भगलु सोरेन, आंदोलनकारी वीरेंद्र गुप्ता, केंद्रीय सदस्य बिशु हेम्ब्रम, जिला उपाध्यक्ष मुर्तजा आलम, गुरुचरण मुखी, भुंडा बेसरा, केंद्रीय सदस्य गोपाल महतो, अमृत महतो, सुधीर केराई, मो. मोहर्रम, अजीत प्रधान, कांग्रेस नेता खिरोद सरदार, पूर्व पार्षद पांडी मुखी, अनिता केराई, महिला नेत्री सोनामुनि लोहार, कल्पना महतो आदि मौजूद रहे. सभा का संचालन केंद्रीय सदस्य रुद्रो महतो और जिला सचिव मनोहर कर्मकार ने संयुक्त रूप से किया. कार्यक्रम के अंत में 1100 महिलाओं को अंग वस्त्र और कंबल देकर सम्मानित किया गया.

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