Jamshedpur : “गावहो सच्ची बाणी” कीर्तन और सिख इतिहास मुकाबले की तैयारी जोरों पर, हर गुरुद्वारा पर लगाए गए पोस्टर, प्रतिभागी 28 जुलाई को बिष्टुपुर गुरुद्वारा में भी ले सकेंगे इंट्री, सरदार शैलेंद्र सिंह ने संगत और कमेटियों से की यह अपील…
जमशेदपुर:–4 अगस्त को साकची गुरुद्वारा में होगा फाइनल मुकाबला, कीर्तन प्रतिभागियों के विजेता को मिलेगा नगर पुरुस्कार, धार्मिक प्रश्नोत्तरी मुकाबले के विजेताओं को भी किया जाएगा पुरुस्कृत
पंजाब के लुधियाना से बीबी सिमरन कौर, तख्त पटना साहेब से हजूरी रागी भाई ज्ञान सिंह होंगे जज, महान कीर्तन समागम भी सजेगा.सिख युवा पीढ़ी को गुरु के उपदेशों और सिख इतिहास से जोड़े रखने के उद्देश्य से जमशेदपुर में “गावहो सच्ची बाणी” कीर्तन और सिख इतिहास मुकाबला की तैयारी जोर शोर से चल रही है. इस कार्यक्रम का फाइनल आगामी 4 अगस्त को साकची गुरुद्वारा में सुबह 9 बजे से शुरु होगा, जबकि कीर्तन मुकाबला के लिए ऑडिशन और सिख इतिहास मुकाबला (लिखित परीक्षा) 28 जुलाई रविवार को बिष्टुपुर जी टाउन गुरुद्वारा में सुबह 10 बजे से ली जाएगी. संगत के सहयोग से होने वाले कार्यक्रम में साकची और बिष्टुपुर गुरुद्वारा कमेटी सहयोग कर रही हैं. बिष्टुपुर और साकची में गुरु का अटूट लंगर भी वितरित किया जाएगा. इस दौरान गणमान्य अतिथियों के साथ सिख हस्तियों को आयोजकों की ओर से सम्मानित भी किया जाएगा. बुधवार को झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह ने गुरुद्वारा कमेटियों और संगत से अपील की है कि इस प्रतियोगिता में शामिल होकर सिख विरासत से जुड़ने का कार्य करें. उन्होंने कार्यक्रम की सराहना करते हुए घोषणा की, कि हर साल यह आयोजन करने में आयोजकों को सीजीपीसी के साथ साथ प्रदेश स्तर पर मदद करेंगे. सिख इतिहास मुकाबले में शामिल होने के लिए विभिन्न गुरुद्वारों में रजिस्ट्रेशन फार्म उपलब्ध कराये गये हैं. उसके बाद भी अगर किसी को फार्म नहीं मिलता है तो वह आयोजकों द्वारा जारी दूरभाष नंबर पर संपर्क कर सकते हैं या फिर 28 जुलाई को आडिशन वाले दिन भी कार्यक्रम स्थल में फार्म भर सकते हैं.
फाइनल मुकाबले में लुधियाना और पटना से आएंगे जज
इस गुरवाणी प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में 4 अगस्त को जवद्दी टकसाल लुधियाना से प्रशिक्षण प्राप्त बीबी सिमरन कौर जज की भूमिका निभाएंगी. साथ ही तख्त पटना साहेब के हजूरी रागी भाई ज्ञान सिंह भी मौजूद रहेंगे. उनके साथ वरीय ग्रंथी को सहयोग में लिया जाएगा, जो गुरवाणी का उच्चारण देखेंगे. इस दौरान बीबी सिमरन कौर के साथ ही तख्त पटना साहिब हरमंदिर जी के हजूरी रागी भी इस आयोजन में संगत को गुरवाणी के उपदेशों से निहाल करेंगे. गुरवाणी कीर्तन मुकाबले में श्री गुरुग्रंथ साहिब के 31 राग आधारित गुरवाणी शबद गायन किये जाएंगे. प्रतिभागियों का ताल, सूर और गुरवाणी उच्चारण को सुनकर जजमेंट लिया जाएगा.
सिख इतिहास मुकाबले का यह होगा पैटर्न
इतिहास मुकाबले में 10 से 20 और 21 से 40 तक की उम्र के प्रतिभागी शामिल हो सकते हैं. पहले ग्रुप के प्रतिभागियों से आठवी पाताशी श्री गुरु हरकिशन साहिब जी, जपुजी साहेब और रहिरास के पाठ से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे. वहीं, दूसरे ग्रुप में सातवीं पाताशाही गुरु हरिराय जी से नौवीं पाताशी गुरु तेग बहादुर जी के इतिहास और जाप साहिब, अनंद पाठ साहेब और सुखमणि साहेब के पाठ से संबंधित प्रश्न किये जाएंगे.
यह होगी नामांकन प्रक्रिया
इस मुकाबले में नामांकन के लिए फार्म का शुल्क निर्धारित किया गया है. इतिहास मुकाबले के लिए 50 रूपये और कीर्तन मुकाबले के लिए 100 रूपये शुल्क है. प्रतिभागी साकची, बिष्टुपुर, सोनारी, गोलपहाड़ी गुरुद्वारा से फार्म प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा 7004702894, 9031384624, 9234661896, 9934123704 और 8873961782 नंबर पर कॉल करके वाट्सएप से भी फार्म मंगवा सकते हैं. यह फार्म भरने के बाद इसी तरह 20 जुलाई तक जमा भी करने होंगे या आडिशन वाले दिन भी जमा करा सकते हैं.
विजेता बच्चों को किया जाएगा पुरुस्कृत
कीर्तन मुकाबले में भाग लेकर बेहतर रिजल्ट लाने वाले प्रतिभागियों को नगद इनाम देकर साथ ही सर्टिफिकेट प्रदान कर पुरुस्कृत किया जाएगा. कीर्तन के दोनों ग्रुपों में प्रथम प्राइज 31 सौ, सेकेंड 21 सौ और थर्ड प्राइज 11 सौ रुपये रखा गया है. इतिहास मुकाबले के विजेताओं को ईनाम दिये जाएंगे. इसके अलावा सभी को सांत्वना पुरुस्कार देकर उनका भी हौंसला बढ़ाया जाएगा. कार्यक्रम की सफलता को लेकर से चरणजीत सिंह, इंदरजीत सिंह इंदर, बलजीत संसोआ, रंजीत सिंह मोनू, हरविंदर सिंह, ज्ञानी मनप्रीत सिंह आदि भूमिका निभा रहे हैं.