आज हेमंत सरकार का होगा फ्लोर टेस्ट, मंत्रिमंडल का भी होगा विस्तार, जानिए विधायक चमरा लिंडा व लोबिन हेंब्रम किसे देंगे वोट…

0
Advertisements
Advertisements
Advertisements

लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- झारखंड विधानसभा में आज हेमंत सरकार का फ्लोर टेस्ट होगा। झामुमो ने व्हिप जारी कर दी है। झामुमो के टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीतने वाले चमरा लिंडा और लोबिन हेंब्रम भी इस फ्लोर टेस्ट में वोटिंग करेंगे। सभी की निगाहें इस बात पर लगी हैं कि चमरा लिंडा और लोबिन हेंब्रम किसे वोट देंगे। इसके अलावा, मंत्रिमंडल का भी विस्तार होगा। कौन मंत्री बनेगा इसे लेकर भी चर्चा होगी। 11 बजे से विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हो जाएगा। विधानसभा में खूब हंगामे के भी आसार हैं। विश्वासमत के दौरान बहस भी होगी। सीएम और झामुमो व कांग्रेस के विधायक भाजपा व केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे तो भाजपाई विधायक परिवारवाद को मुद्दा बना कर हेमंत को घेरने का मन बना रही है।

Advertisements
Advertisements

हेमंत सोरेन के पास 47 विधायकों का समर्थन 

हेमंत सरकार को फ्लोर टेस्ट में पास होने के लिए 39 वोट चाहिए। अभी विधानसभा में 77 विधायक हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को 44 विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपा है। झामुमो के पास अभी 27 विधायक, कांग्रेस के पास 17 विधायक, राजद का एक विधायक, माले का एक विधायक और एक मनोनीत विधायक हैं। झामुमो के दो विधायक चमरा लिंडा और लोबिन हेंब्रम पार्टी से नाराज चल रहे हैं। इन दोनों को पार्टी से सस्पेंड किया गया है। इस तरह इंडिया गठबंधन के पास 45 विधायक बचते हैं। इनमें से स्पीकर का वोट निकाल दीजिए तो विधायकों की संख्या 44 बचती है। स्पीकर तभी वोट देंगे जब मतदान टाई हो जाएगा। माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन के पास विश्वास मत हासिल करने के लिए पर्याप्त संख्याबल है। इसलिए, सरकार को फ्लोर टेस्ट में कोई दिक्कत नहीं है। जानकारों का मानना है कि सरकार के पास वह जादुई आंकड़ा है, जिससे वह विश्वासमत आसानी से हासिल कर लेगी।

मंत्रिमंडल में इरफान अंसारी को मिल सकती है जगह 

झामुमो कोटे से पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के जेल जाने से इरफान अंसारी की किस्मत खुल गई है। इरफान अंसारी जब से सरकार बनी है तब से खुद को मंत्री बनाने की कवायद में तरह तरह के राजनीतिक पापड़ बेलते रहे हैं। इसी साल फरवरी में इरफान अंसारी भी उन विधायकों में शामिल थे जो कांग्रेस के मंत्रियों के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। इरफान कई विधायकों को लेकर दिल्ली भी गए थे। वह एमबीबीएस हैं तो स्वास्थ्य मंत्रालय पर उनकी निगाह थी। जब बन्ना गुप्ता स्वास्थ्य मंत्री बने तो इरफान को लगा था कि यह पद उन्हें मिलना चाहिए। तभी से वह स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर निशाना साध रहे थे। मगर अब सूत्र बताते हैं कि इरफान अंसारी को जो भी विभाग मिलेगा उसको संभाल लेंगे। अब माना जा रहा है कि उनकी सियासी तमन्ना पूरी होने वाली है। क्योंकि, मंत्रीमंडल को कांग्रेस कोटे से एक मुस्लिम मंत्री चाहिए। अब कांग्रेस में इरफान अंसारी ऐसे वरिष्ठ विधायक हैं जिन्हें मंत्री बनाया जा सकता है। बाकी मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना नहीं है। मंत्री मंडल के विस्तार को लेकर कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने रविवार को बैठक की थी। इस बैठक कांग्रेस के विधायक शामिल थे। शपथग्रहण समारोह दोपहर बाद 3.30 बजे होने की संभावना है।

Thanks for your Feedback!

You may have missed