अखिल भारतीय साहित्य परिषद के वार्षिक पत्रिका *”वाग्यधारा”* का हुआ लोकार्पण, साहित्यकारों का हुआ जुटान
जमशेदपुर।रविवार को तुलसी भवन स्तिथ मानस मंडप में अखिल भारतीय साहित्य परिषद के वार्षिक पत्रिका “वाग्यधारा” का लोकार्पाण का आयोजन हुआ जिसमें की शहर के जाने माने साहित्यारो ने भी शिरकत किया । इस अवसर पर साहित्यकारों को सम्ममानित किया गया साथ ही काव्य सम्मेलन भी आयोजीत किया गया। जिसमें शहर के तमाम साहित्य प्रेमी व साहित्यकारों ने भाग लिया।कार्यक्रम की शुरुआत माता सरस्वती की वंदना, अतिथियों का स्वागत सम्मान और राम भेजना से हुई। आदरणीया डाक्टर अंजिला गुप्ता, प्रसेनजित तिवारी, गोविन्द दोदराजका के साथ साथ रागिनी भूषण, ईंदर अग्रवाल और शैलेन्द्र पांडे शैल मंचसीन रहे।सम्मान स्वरूप मोमेंटो दिया गया, जिसके अंतर्गत संपादकीय सम्मान (7), साहित्य गौरव सम्मान (4), साहित्य संवर्धन सम्मान (4), साहित्य नवांकुर सम्मान(1), अंजिला गुप्ता, मंजू ठाकुर, जयंत श्रीवास्तव, गोविंद दोदराजका, प्रसेनजित तिवारी, ईंदर अग्रवाल को भी सम्मनित किया गया।काव्य सम्मेलन में शहर के जाने माने साहित्यकारों ने अपनी अपनी प्रस्तुति दी, जिसमें शेषनाथ सिंह शरद , लखन विकरांत, क्षमा दूबे,बसंतोष चौबे, राजेंद्र साह राज, माधुरी मिश्रा,बअंजू केशव,वमनीष वंदन, नीता सागर चौधरी, बालकृष्ण, पूनम शर्मा स्नेहिल, दीपक वर्मा, सूरज सिंह, शशि ओझा, शिप्रा सैनी, मामचंद बसंत प्रमुख रहे। उपस्थित साहित्यकारों में श्यामल सुमन, के.के.कमल, डॉक्टर संजय, बलविंदर सिंह, अजय मुस्कान प्रमुख रहे।स्वागत भाषण शैलेन्द्र पांडे ‘शैल’, कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र सिंह, काव्य गोष्टी का संचालन सोनी सुगंधा और धन्यवाद ज्ञापन अनिता निधि ने दी। शहर भर के सभी साहित्य प्रेमी और साहित्यकार की उपस्थिति व प्रस्तुति सराहनीय रही।