पसंद हैं अंडा-चिकन तो सावधान! बर्ड फ्लू ने डराया, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:-बर्ड फ्लू ने नॉन वेज खाने वालों की चिंता को बढ़ा दिया है. रांची में तो फिलहाल चिकन और अंडे की बिक्री पर रोक लगा दी गई है. आइए बर्ड फ्लू के लक्षण और बचने के उपाय के बारे में जानते हैं.
झारखंड में सामने आए बर्ड फ्लू के मामले ने चिकन और अंडा खाने वालों को डरा दिया. बर्ड फ्लू के मामले रांची के एक सरकारी पोल्ट्री फॉर्म में मिले, जिसके बाद झारखंड सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. वहीं, मुर्गियों और बत्तख में बर्ड फ्लू का वायरस मिलने के बाद सरकारी पोल्ट्री फॉर्म होटवार में 1745 मुर्गियों, 450 बत्तख सहित करीब 2195 पक्षियों को मार दिया गया. जबकि इनके 1697 अंडे भी वैज्ञानिक तरीके से नष्ट कर दिए गए. जान लें कि रांची के होटवार में H5N1 यानी बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद पूरा जो प्रशासनिक महकमा है वो अलर्ट मोड पर है. यहां कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. यानी कि 1 किलोमीटर के दायरे में जितनी भी मुर्गियां, बत्तख या अंडे मिल रहे हैं प्रशासन की टीम उन्हें साफ तौर पर यहां पर लाकर नष्ट कर रही है.
बर्ड फ्लू से बचने के लिए कदम
दरअसल, ये वायरस आम वायरस की तरह ही पशु पक्षियों के साथ-साथ इंसानों को भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है इसलिए रांची के सरकारी पोल्ट्री फॉर्म में बर्ड फ्लू की पुष्टि होते ही वहां काम करने वाले पोल्ट्री फॉर्म के 2 डॉक्टर सहित 6 कर्मचारियों को कॉरेंटाइन कर दिया गया. इसके अलावा पोल्ट्री फॉर्म के आसपास वाले इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है.
चिकन-अंडों की बिक्री पर रोक
बर्ड फ्लू रांची से निकलकर दूसरे शहरों में ना फैल सके, इसको लेकर भी तमाम एहतियात बरते गए है. रांची प्रशासन ने मुर्गियों और बत्तख में बर्ड फ्लू के सबसे खतरनाक वायरस H5N1 के मिलते ही बड़ा कदम उठाया. रांची के होटवार क्षेत्र में चिकन और अंडों की बिक्री पर तुरंत रोक लगा दी है. इसके अलावा मुर्गियों के एक जगह से दूसरी जगह लाने और ले जाने पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. वहीं, डॉक्टरों ने लोगों को चिकन और अंडा ना खाने की सलाह दी है.
बर्ड फ्लू से निपटने की तैयारी
डॉक्टर धनंजय कुमार सिन्हा ने कहा कि अगर चिकन अच्छी तरह से 70 डिग्री सेल्सियस पर पका हुआ है तो कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन सुझाव यही है कि 1 महीने तक नहीं खाएं. रांची में बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए सदर अस्पताल में 10 बेड भी रिजर्व किए गए हैं. इसके साथ ही साथ बर्ड फ्लू के संक्रमण में सबसे कारगर दवा मानी जाने वाली टेमी फ्लू का ऑर्डर दिया गया है. डॉक्टरों ने लोगों से अपील की है कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है लेकिन सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है.
बर्ड फ्लू के लक्षण
आमतौर पर बर्ड फ्लू संक्रमित चिकन और अंडे के खाने से फैलता है. वहीं संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने से भी इसके वायरस इंसानों को बीमार कर सकते हैं. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि आप बर्ड फ्लू से संक्रमित हैं तो इसकी पहचान कैसे करें. दरअसल, तेज बुखार और गले में खराश बर्ड फ्लू के लक्षण हैं. इसके अलावा अगर आपको सर्दी-जुकाम और शरीर में दर्द है तो आप इसे भूलकर भी अनदेखा ना करें क्योंकि ये बर्ड फ्लू के लक्षण हो सकते हैं. वहीं, छाती में कफ और सांस लेने में दिक्कत है तो ये भी बर्ड फ्लू के ही लक्षण हो सकते हैं. वहीं जो व्यक्ति बर्ड फ्लू से संक्रमित होता है उसे भूख कम लगती है. इसके अलावा नींद ना आना, हड्डी और जोड़ों में दर्द रहना भी बर्ड फ्लू के लक्षण हैं.