दुमका लोकसभा सीट में रोमांचक होगा मुकाबला, जेएमएम की बागी सीता को हराने के लिए अपने सबसे वफादार नेता नलिन को उतारा मैदान में …
झारखण्ड:- दुमका लोकसभा सीट से बीजेपी ने जेएमएम से भाजपा में गई शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने सबसे वफादार नेता नलिन सोरेन को दुमका लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है. दुमका के शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 1990 में पहली बार विधायक बने नलिन इस क्षेत्र से लगातार सात बार विधायक चुने गए हैं ।नलिन सोरेन वर्तमान में झारखंड सरकार के मुख्य सचेतक भी हैं और मधु कोड़ा सरकार के मंत्रिमंडल में वह कृषि मंत्री रह चुके हैं. नलिन एक बार भी चुनाव नहीं हारे हैं. उनकी पत्नी जॉयस बेसरा दुमका की जिला परिषद अध्यक्ष हैं . सीता सोरेन जामा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार झारखंड मुक्ति मोर्चा से विधायक बनी है। वह झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन की बहू और दिवंगत दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं। 19 मार्च 2024 को, उन्होंने अपनी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया और विनोद तावड़े और विशाल सिंह की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं.. दुमका लोकसभा सीट पर आदिवासी, अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्ग के वोटरों का दबदबा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन दुमका लोकसभा से सात बार सांसद रह चुके है यह सीट संथाल परगना के अंतर्गत आती है.. दुमका लोकसभा सीट के अन्तर्गत 6 विधानसभा सीटें शिकारीपाड़ा (एसटी), जामताड़ा, दुमका (एसटी), नाला, सारठ और जामा (एसटी) आती है..
नलिन सोरेन ने कहा कि पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जिस तरह जेल भेजा गया उससे जनता में काफी आक्रोश है. वह जानती है कि षड्यंत्र के तहत उन्हें जेल भेजा गया है. इससे लोगों की भावना हम लोगों के साथ जुड़ी हुई है. इस लोकसभा चुनाव में यह भी हमारा मुख्य मुद्दा होगा.
सीता सोरेन ने कहा कि नलिन सोरेन हमारे अभिभावक रहे है, मेरे चाचा है और उनसे में जीत का आशीर्वाद लूंगी.
दुमका का इस बार का लोकसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है क्योंकि एक तरफ शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन भाजपा की टिकट पर मैदान में है वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के सबसे वफादार विधायक और सुप्रीमो शिबू सोरेन के प्रिय नलिन सोरेन भी मैदान में है. अब देखना होगा की जनता किसे अपना आशीर्वाद देती है..