डीसी के आदेश पर 2.41 एकड़ जमीन पर चला प्रशासन का बुलडोजर, 40 प्लॉट का घेराबंदी ध्वस्त, 5 करोड़ में 40 प्लॉट बनाकर बेच दिया है जमीन माफिया, सरकारी जमीन अतिक्रमण के खिलाफ आदित्यपुर क्षेत्र में अबतक की सबसे बड़ी कारवाई…
आदित्यपुर:- उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला के निर्देश पर सरकारी जमीन पर हो रहे अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कारवाई की गई है। सहारा गार्डेन सिटी के पीछे आदित्यपुर मौजा के थाना संख्या 129 के खाता संख्या 48 अंतर्गत प्लॉट संख्या 1126,1127,1128,1129 में कुल 2.41 एकड़ जमीन पर की गई 40 प्लॉटिंग के घेराबंदी पर प्रशासन का बुलडोजर चलाया गया है। जानकारी के अनुसार यहां अजय महतो नामक जमीन माफिया यहां की जमीन पर कब्जा कर 10 से 12 लाख रुपए प्रति कट्ठा की दर से लोगो को बेच दिया है, अब यहां अवैध निर्माण का काम भी शुरू हो गया था, जिसमे अंचल के एक राजस्व कर्मचारी की मिलीभगत की बात सामने आई थी। गम्हरिया अंचल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हो रहे सरकारी भूमि के अतिक्रमण की शिकायत के बाद उपायुक्त रविशंकर शुक्ल ने गुरुवार को सभी सरकारी भूमि पर अतिक्रमण के खिलाफ स्पेशल अभियान चलाकर जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराने का निर्देश दिया था, जिसके बाद शुक्रवार को गम्हारिया अंचल के कर्मचारी मनोज कुमार तथा आरआईटी थाना प्रभारी सागर लाल महथा के नेतृत्व में यह बड़ी कारवाई की गई है। यहां 40 प्लॉट पर की गई घेराबंदी पर प्रशासन का बुलडोजर चलाया गया है। वहीं अब जमीन माफिया अजय महतो समेत अन्य पर सरकारी जमीन को कब्जा कर इसे बेचने के मामले में एफआईआर दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। बता दें की आदित्यपुर तथा आरआईटी थाना क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न इलाको में सरकारी जमीन का वर्तमान में अंचलकर्मियो की मिली भगत से बड़े पैमाने पर कब्जा कर उसे बेचकर अवैध कमाई का खेल चल रहा है। जब इन मामलों का संज्ञान उपायुक्त रविशंकर शुक्ल को मिली तो उनके अंचल अधिकारी को सख्त कारवाई के निर्देश दिए थे। उपायुक्त ने सरकारी जमीन को चिन्हित कर ऊपर अवैध कब्जे को हटाते हुए उन्हे सूचित करने का निर्देश अंचलाधिकारी को दिया है। जिसके बाद यह बड़ी कारवाई की गई है। यहां सरकारी जमीन पर एक मकान भी बन चुका है, जिसे भी नोटिस दिया जाएगा वहीं आगे इसे अतिक्रमण मुक्त कराया जायेगा।
10 से 12 लाख रुपए कट्ठा की दर जमीन बेच करोड़ों का कर लिया अवैध कमाई
आरआईटी थाना क्षेत्र के सहारा गार्डेन सिटी के पीछे गांधी नगर इलाके में सरकारी जमीन की खरीद-बिक्री के लिए संगठित गिरोह कई साल से सक्रिय है। इनमें अजय महतो गिरोह को राजनीतिक लोगो का संरक्षण मिलता रहा है। इधर जमीन बेचकर रातों रात ये गिरोह के सदस्य करोड़ों की कमाई कर ली। यही नहीं यहां मकान बनाने का भी टेंडर इन्ही गिरोह के सदस्य ले रहे थे। बताया जा रहा है इस काले कारोबार में मुख्य जमीन माफिया अजय महतो के साथ क्षेत्र के कई नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। जमीन माफिया की गतिविधियों के संबंध में पूर्व अंचलाधिकारी मनोज कुमार द्वारा जांच किया गया था। पूर्व में यहां अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाते हुए एक विस्तृत रिपोर्ट भी जिला उपायुक्त को भेजी गई थी। बावजूद इसके यहां पुनः जमीन का अतिक्रमण का खेल जारी रहा। वहीं दो वर्ष में यहां 2.41 एकड़ जमीन को बेचकर करीब 5 करोड़ की अवैध कमाई कर ली गई है।