चौकीय मत: ये मयखाना नहीं आदित्यपुर थाना है, जहां 24 घंटे तैनात रहती है पुलिस, परिसर में शराब की मिली बोतलें, किसकी इजाजत से थाना परिसर में चलता है शराब की पार्टी…सरायकेला जिले के कई थाने इंश्योरेंस कंपनी के शाखा के तौर पर हो रहे संचालित…

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आदित्यपुर:- इन तस्वीरों को देखकर आप चौकीय मत… आप तो सोचेंगे कि यह किसी मयखाना या उसके आसपास जहां शराबियों का जमावड़ा होता है वहां की तस्वीर होगी। लेकिन आपको अब यह जानकर हैरान होगा कि आदित्यपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न चौक चौराहों पर खुलेआम शराब पीनेवालों पर कार्रवाई कर आदित्यपुर थानेदार ने उठक-बैठक कराकर खुब सुर्खियां बटोरी थी। लेकिन उनके नेतृत्व वाली आदित्यपुर थाना परिसर ही मयखाना में तब्दील हो चुका है लेकिन यह उन्हे पता नहीं है। अब थाना परिसर में जाम छलकानेवाले कोई शराबी है या पुलिसकर्मी या थाने के दलाल यह हम नहीं बता सकते लेकिन थाना परिसर में बिखरी पड़ी ये शराब की बोतले बता रही है कि थाना परिसर में बड़े शौक से शराब का सेवन हो रहा है। गुरूवार को लोक-आलोक की टीम को आदित्यपुर थाना परिसर के अंदर मेन गेट से सटे हुए लगे डस्टबीन के नीचे कई शराब की बोतले मिली। मामले की पड़ताल करने पर कुछ लोगो ने अपना नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि सरायकेला जिला में कई थाना अब इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी की शाखा की तर्ज पर चलाई जा रही है। जिस तरह एलआईसी शाखा में बीमा करवाने के लिए आपको कई एजेंट मिल जाऐंगे उसी तरह आदित्यपुर थाना समेत जिले के कई थानों में आपको नेता-पत्रकार और समाजसेवी का चोला ओढ़े थाने के एजेंट मिल जाऐंगे, जो कि थाने में आनेवाले आरोपियों और फरियादियों के लिए पुलिस का दलाल बनकर मामला सेट करवाने का काम करते है और उसके एवज में कमीशन लिया जाता है। हालांकि थाने में दलाली का मामला केवल आदित्यपुर थाना तक सीमित नहीं है जिले के कई ऐसे थाने है जहां इस प्रकार के एजेंटों का धंधा फल फूल रहा है। सुत्रों की माने तो थाने में जाम छलकानेवाले इन एजेंटों के लोग ही शामिल है। इसमें कुछ पुलिसवाले भी मौजूद रहते है। लेकिन रात के अंधेरे में इनके द्वारा की जानेवाली काली करतूत दिन के उजाले में दिख जाता है। शनिवार को शराब के इन बोतलों को देख थाना आनेवाले सभ्य समाज के लोग तरह तरह की बातें करते दिखे। लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते देखे गये। थाने में बिखरी हुई इन शराब की बोतलों को देख लोग पुलिस को जमकर कोसते देखे गये। अगर इस तरह के लोगो पर रोक नही लगाई गई तो थानेदार को दूसरे के करतूत के वजह से बदनामी सहनी पड सकती है जिससे पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठेगी ।

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हालांकि इस मामले में आदित्यपुर थाना प्रभारी राजन कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया कि हो सकता है की सब्जी बाजार से कोई थाने में फेक दिया होगा , वैसे थानेदार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करने की भी बात कही ।

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