विजय दिवस की पूर्व संध्या पर जमशेदपुर हाई स्कूल में यंग इंडियंस का विशेष सेशन, छात्रों को मिली सेना में करियर बनाने से जुड़ी अहम जानकारियां…
जमशेदपुर : 1971 के भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान पर भारतीय सेना के विजय की स्मृति में 16 दिसंबर को मनाए जाने वाले विजय दिवस की पूर्व संध्या पर आज यंग इंडियंस की जमशेदपुर शाखा की ओर से बिष्टुपुर स्थित जमशेदपुर हाई स्कूल में छात्रों के लिए खास लर्निंग सेशन का आयोजन किया गया. इसका मकसद स्कूली बच्चों को भारतीय सेना में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करना था. ‘सशस्त्र सेना में योगदान कैसे करें : आपके लिए इसमें क्या है?’ विषयक इस सेशन में भारतीय सेना में सेवाएं देने के महत्व और योगदान करने के विविध अवसरों की जानकारी दी गयी. सेशन की शुरूआत सशस्त्र सेना के व्यापक परिचय के साथ हुई जिसमें इसके महत्व के साथ राष्ट्र की सुरक्षा में इसकी महत्वपूर्ण भूूमिका के बारे में जानकारी दी गई. सेना में करियर के विविध अवसरों की विस्तृत जानकारी दी गयी. इसमें सेना के अफसर की शारीरिक फिटनेस और अनुशासन के महत्व को रेखांकित किया गया. इसमें इंटरैक्टिव सेशन में छात्रों को उनके सवालों के जवाब मिले और उन्होंने अपनी शंकाओं का समाधान किया तथा सेना में करियर से जुुड़ी आकांक्षाओं और चुनौतियों की विस्तृत जानकारी हासिल की.एन सी सी कैडेट के रूप में अनुशासन के साथ-साथ चरित्र विकसित करने एवं लिखित परीक्षा में मिलने वाले छूट की जानकारी दी गई. ज्ञात हो कि सेना में भर्ती के समय एन सी सी बी सर्टिफिकेट पर 4 और सी सर्टिफिकेट के लिए 6 मार्क दिया जाता है जो किसी अभ्यर्थी को सलेक्ट होने में बहुत मदद करता है. सेशन में नौसेना के पेट्टी अफसर (अवकाशप्राप्त) सुशील सिंह और वायु सेना के जूनियर वारंट अफसर (सेवानिवृत्त) सुरेंद्र प्रसाद मौर्या ने सेना के अपने अनुभव साझा किए. बच्चे भारतीय सेना की गौरव गाथा सुनकर जोश में आ गए और भारतीय सेना ज्वाइन करने का संकल्प लिया. साथ ही ऐसे बच्चे जो सेना में भर्ती नही हो पायेंगे, उन्होंने जिम्मेदार नागरिक के रूप में देश के विकास में सहयोगी बनने का संकल्प लिया. स्कूल प्रिंसिपल के साथ एन सी सी टीचर, यंग इंडियंस की तरफ से श्रद्धा अग्रवाल एवं नेहा अग्रवाल ने आज के सेशन को आयोजित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.