डीएफओ की भूमिका केवल फ़ोटो खिचवाने और मुआवजे की घोषणा तक सीमित, केंद्रीय वन मंत्री एवं सीएम से हस्तक्षेप की माँग करेंगे कुणाल षाडंगी , मुसाबनी में पांच हाथियों की बिजली करंट से मौत पर बिफरे पूर्व विधायक कुणाल…

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जमशेदपुर :- पूर्वी सिंहभूम अंतर्गत मुसाबनी में बिजली करंट की चपेट में आने से पांच हाथियों की मौत हो गई है. यह घटना वन विभाग और बिजली विभाग की लापरवाही और असंवेदनशीलता पर एकबार फ़िर सवाल खड़े कर रही है. झारखंड में मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा भड़क गई है. क्षेत्र में लगातार ऐसे मामले सामने आने पर उन्होंने वन विभाग पर लापरवाही का ठीकरा फोड़ दिया है. भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी ने हाथियों के मौत पर संवेदना व्यक्त किया है. भाजपा प्रवक्ता ने डीएफओ ममता प्रियदर्शी की कारीसंस्कृति पर गंभीर सवाल खड़ा किया. उन्होंने ऐसी घटनाओं के पीछे वन विभाग और विद्युत विभाग के मध्य समन्वय के घोर अभाव और फील्ड वर्क की नगण्य स्थिति को मुख्य कारक बताया है. पूर्व विधायक का आरोप है कि डीएफओ की भूमिका हाथियों की मृत्यु के बाद महज फ़ोटो सेशन करने और मुआवजा बाँटने तक सीमित है. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव तथा अश्विनी वैष्णव से मामले में संज्ञान लेकर जाँच कमिटी के गठन की माँग रखी है. कुणाल षाडंगी ने अपने इस आक्रामक ट्वीट में डीएफओ की भूमिका पर कई सवाल उठाये है. उन्होंने पूछा है कि इससे पहले भी हाल ही में चाकुलिया में दो हाथियों की बिजली करंट से मौत हुई थी. घटना के बाद से अबतक एलिफेन्ट कॉरिडोर में ऐसी वारदात पर अंकुश लगे इसके लिए जिला वन पदाधिकारी ने बिजली विभाग के संग समन्वय और संयुक्त निगरानी हेतु कौन से कार्य किये हैं इसकी जाँच जरूरी है. उन्होंने जिला उपायुक्त के स्तर से भी घटना की जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग उठाई है. कुणाल की ट्वीट के बाद हड़कंप मच गई है.

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