सुदूर इलाकों तक ज्ञान का प्रकाश फैला रहा है श्रीनाथ विश्वविद्यालय,बीते वर्षों में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में रहा बेहतर योगदान…
आदित्यपुर : झारखण्ड के सुदूर वनाच्छादित ग्रामीण क्षेत्रों तक ज्ञान के प्रकाश को पहुंचाने के लिए संध्या शम्भु एजुकेशनल ट्रस्ट ने सर्वप्रथम श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन तत्पश्चात श्रीनाथ विश्वविद्यालय की स्थापना किया । छात्रों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व के निर्माण की महत्ता को ध्यान में रखते हुए सन २०१४ में ‘संध्या शम्भू एजुकेशनल ट्रस्ट’ का गठन किया गया | इस ट्रस्ट के सदस्यों की दूरदर्शिता के परिणाम स्वरुप सरायकेला – खरसावां जिले के छात्रो के अतिरिक्त झारखण्ड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रो मे रहने वाले विद्यार्थियों तक ज्ञान की ज्योत पहुंच रही है।
वर्तमान में श्रीनाथ विश्वविद्यालय सरायकेला-खरसावां के आदित्यपुर में स्थित है परंतु बहुत जल्द यह विश्वविद्यालय सोनारी के डोबो क्षेत्र में बनने जा रहे अत्याधुनिक तकनीक से युक्त परिसर से पूर्ण रूप से सन्चालित होगा । श्रीनाथ विश्वविद्यालय की पहचान इसकी आधारभूत संरचना है और आने वाले समय में भी इस विश्वविद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, यहाँ अध्ययनरत विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम, विश्वविद्यालय मे होने वाले शोध कार्य शैक्षिक क्षेत्र में एक मील का पत्थर सिद्ध होगा । झारखंड के आदिवासी बहुल क्षेत्र तथा अभिवंचित वर्ग के लोगों के लिए संध्या शंभू एजुकेशनल ट्रस्ट की शिक्षा के क्षेत्र मे यह एक महत्वपूर्ण योगदान है । श्रीनाथ विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र मे एक लंबे सफर के लिए अपने आप को पूर्ण रूप से तैयार कर रहा हैं और यह सफर झारखण्ड क्षेत्र के विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर पर रोजगार पाने के योग्य बनाता रहेगा। विश्वविद्यालय की यह योजना है कि विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा दी जाए ताकि आने वाले समय में वे आत्मनिर्भर बने और दूसरों को भी रोजगार देने के योग्य बन सके। बहुत जल्द जमशेदपुर मे श्रीनाथ विश्वविद्यालय अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित विश्वविद्यालय के रूप में उभरेगा। यहाँ अभिवंचित वर्ग के बच्चों को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित विश्वविद्यालय मिलेगा जहां वे अपने सपनो मे रंग भर सकेंगे । वर्त्तमान में विश्वविद्यालय मे अलग अलग कई नए विषयों की पढ़ाई हो रही है , ताकि यहां के विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अपने राज्य को छोड़कर किसी दूसरे राज्य की शरण में ना जाना पड़े।
श्रीनाथ विश्वविद्यालय का उद्देश्य अपने विद्यार्थियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए योग्य बनाना है इसके लिए विश्वविद्यालय अपने स्थापना के बाद से ही प्रयासरत है।
श्रीनाथ विश्वविद्यालय अपने छात्रो को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन एवं फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया से भी स्वीकृति प्राप्त कर चुका है । यह स्वीकृति यह बताती है कि बहुत जल्द विश्वविद्यालय मे मेडिकल की शिक्षा भी आरंभ होने वाली है । इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय को एसोसिएशन आफ इंडियन यूनिवर्सिटीज की सदस्यता भी प्राप्त है। विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए विश्वविद्यालय शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थानों जैसे लौरेंटियल यूनिवर्सिटी कनाडा, साइबर डोजो गुजरात , जमशेदपुर कोऑपरेटिव कॉलेज , आदित्यपुर औटो क्लस्टर एवं यंग इंडियंस से एमओयू कर चुका है। इस एमओयू से विद्यार्थियों को स्टूडेंट एक्सचेंज ,टीचर एक्सचेंज एवं कई शैक्षणिक गतिविधियो का लाभ मिलेगा साथ ही उन्हे पठन-पाठन के अतिरिक्त भी समाजोपयोगी कार्य करने का अवसर मिल सकेगा जिससे वे जिम्मेदार नागरिक बनकर उभरेंगे।
श्रीनाथ विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए प्लेसमेंट की भी उचित व्यवस्था की गई है इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय के एमबीए, बीबीए, डिप्लोमा ट्रिपल ई तथा बीसीए के विद्यार्थियों को पाई इन्फोकॉम के द्वारा अच्छे पैकेज पर लॉक किया गया है। श्रीनाथ विश्वविद्यालय के विद्यार्थी ऑनलाइन कैंपस ड्राइव के लिए आईडीएफसी बैंक से भी जुङ चुके हैं। यहाँ अध्ययन के क्रम में इंटर्नशिप के लिए विद्यार्थी श्रीराम फाइनेंस एवं इंडियन टोबैको कंपनी जा चुके हैं जहां वे पहली बार इंडस्ट्रीज के संपर्क में आते हैं और उन्हें इंडस्ट्री से जुड़ी बातों को नजदीक से समझने का अवसर मिलता है । समय-समय पर विश्वविद्यालय में नेशनल सेमिनार और वर्कशॉप का आयोजन होता रहा है जिनसे विद्यार्थी निश्चित रूप से लाभान्वित हो रहे है ।
बीटेक एवं डिप्लोमा के विद्यार्थी समय-समय पर इंडस्ट्रियल विजिट साइट, विजिट करते रहते हैं जिनसे वे इंडस्ट्रीज से जुङे विशेषज्ञों के संपर्क में आते हैं और इसका लाभ उन्हें उनके अध्ययन में मिलता है। विशेषज्ञ छात्रो के साथ इंडस्ट्री से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा करते हैं और इसका लाभ छात्रो के रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर दिखता है।
स्कूल औफ फाइन आर्ट्स के विद्यार्थियों के कौशल का परिचय वार्षिक कला प्रदर्शनी के दौरान देखने को मिला जिसमें विद्यार्थियों द्वारा बनाए गये मूर्तिकला, पौटरी एवं चित्रकला का प्रदर्शन हुआ जिसने दर्शको का मन मोहा। कुछ कलाकृतियों का विक्रय भी प्रदर्शनी के दौरान हुआ।
विश्वविद्यालय के कॉमर्स एंड मैनेजमेंट विभाग के द्वारा इंडस्ट्रीज पर आधारित करिकुलम बनाया गया है, इसका लाभ स्टूडेंट्स के प्लेसमेंट के समय होता है क्योंकि उस समय उन्हें विषय का पूर्ण ज्ञान रहता है । स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट के द्वारा विद्यार्थियों के लिए पर्सनैलिटी डेवलपमेंट का कोर्स भी चलाया जा रहा है। विद्यार्थी इंडस्ट्रीज विजिट भी करते रहते हैं जिससे उन्हें एचआर, फाइनेंस एवं मार्केटिंग को नजदीक से समझने का अवसर मिले विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए उनकी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ खेलकूद जैसे आयोजनो में भी भागीदारी सुनिश्चित करता है।