देवघर में मंदिर के पास अमरनाथ की हत्या के बाद परमजीत गैंग का सुपड़ा हो गया है साफ, गणेश सिंह का नाम आ रहा है सामने … कावंरिया के भेष में पहुंचे थे बदमाश

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जमशेदपुर :- देवघर के वासुकीनाथ मंदिर के पास अमरनाथ सिंह की गोली मारकर हत्या किये जाने के बाद अब परमजीत गैंग का सुपड़ा पूरी तरह से साफ हो गया है. अब गैंग का संचालन करने वाला ही कोई नहीं है. इकलौता अमरनाथ ही था जो परमजीत गैंग की बागडोर को संभाले हुए था. कभी पंकज दुबे ने भी परमजीत की कमान संभाली थी.

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गणेश सिंह का नाम आ रहा है सामने

मानगो के रहनेवाले परमजीत सिंह गैंग का अमरनाथ सिंह की हत्या गुरुवार की देर रात देवघर में गोली मारकर अज्ञात बदमाशों ने कर दी है. घटना में अखिलेश गैंग के गणेश सिंह का नाम सामने आ रहा है. दोनों की पहले से ही अदावत चल रही थी. कई मामले में दोनों पहले भी आमने-सामने आ चुके थे.

कावंरिया के भेष में पहुंचे थे बदमाश

बताया जा रहा है कि घटना की रात अमरनाथ दुमका के वासुकीनाथ मंदिर के पास ही था. इस बीच ही उसकी हत्या कावंरिया के भेष में पहुंचे बदमाशों ने गोली मारकर कर दी. अमरनाथ को गोली लगने के बाद इलाज के लिये अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है कि कावंरिया के भेष में पहुंचे तीन बदमाशों ने थैला से हथियार निकाला और अमरनाथ के करीब जाकर उसके सिर पर सटाकर गोली मार दी. घटना के समय ही वह जमीन पर गिर गया था. इसके बाद बदमाश वहां से फरार हो गये.

परमजीत की हत्या के बाद उभरा था अमरनाथ

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अमरनाथ की बात करें तो उसकी दुश्मनी अखिलेश सिंह के साथ भी पहले थी. इसके बाद उसने गणेश सिंह से भी पंगा ले लिया था. परमजीत सिंह की हत्या घाघीडीह जेल में ही अखिलेश के गुर्गों ने पीट-पीटकर कर दी थी. इसके बाद से ही अमरनाथ परमजीत के गैंग का संचालन कर रहा था. पहले की बात करें तो अमरनाथ गैंग की ओर से गणेश सिंह के भाई को गोली मारी गयी थी. उसके बाद से ही गणेश सिंह गैंग के लोग बदला लेने के लिये आतुर थे. बताया जा रहा है कि उसी का अंजाम अमरनाथ को भुगतना पड़ा है.

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