आई फ्लू का कहर, सैकड़ों लोगों को लिया चपेट में, डॉ लक्ष्मी कुमारी ने बताया बचने के उपाए
जमशेदपुर : बरसात का मौसम अपने साथ बारिश के साथ-साथ कई बीमारियां भी लेकर आता है। एक तरफ जहां भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है, तो वहीं दूसरी तरफ लोग कई बीमारियों का सामना भी कर रहे हैं। जिनमें से एक है आई फ्लू कंजक्टिवाइटिस। जिसे आम तौर पर आई इन्फेक्शन भी कहा जाता है। शहर जमशेदपुर के अलावे अन्य जगहों में भी आई फ्लू के मामले बढ़ते जा रहे है। आए दिन अस्पताल में लोग इस फ्लू की शिकायत को लेकर आ रहे हैं। जमशेदपुर में ज्यादातर स्कूली बच्चों में देखने को मिल रहा है।
क्या है आई फ्लू???
आई फ्लू जिसे कंजंक्टिवाइटिस भी कहा जाता है. आंखों की एक बीमारी है। आई फ्लू से पीड़ित व्यक्ति को आंखों में जलन, दर्द व लालपन जैसी समस्या झेलनी पड़ती है। ये बीमारी एक खास तरह के एलर्जिक रिएक्शन की वजह से होता है, लेकिन कई मामलों में बैक्टीरिया का संक्रमण भी इसके लिए जिम्मेदार होता है। इस संक्रमण की शुरुआत एक आंख से ही होती है, लेकिन जल्द ही दूसरी आंख भी इसकी चपेट में आ जाती है। श्वसन तंत्र या नाक-कान अथवा गले में किसी तरह के संक्रमण के कारण वायरल कंजंक्टिवाइटिस हो जाता है।
आई फ्लू से कैसे बचे?
शहर की डॉक्टर लक्ष्मी कुमारी बताती है कि आई फ्लू से बचने के लिए सबसे पहले हमें इंफेक्टेड व्यक्ति से बचना होगा। क्योंकि ये एक तरह का बैक्टिरियल इन्फेक्शन है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। हालांकि इससे बहुत घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन बच्चो को सुरक्षित रखना जरूरी है। क्योंकि अक्सर बच्चे हाइजीन का ख्याल नही रखते है। हाइजीन मेंटेन नही करने से भी आई फ्लू की समस्या हो सकती है। अगर किसी व्यक्ति को आई फ्लू जैसी समस्या होती है तो उन्हें बिना देर किए अपने नजदीकी चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए और बीमारी की जांच करानी चाहिए।