श्री राम मंदिरम् कमिटी का कार्यकाल खत्म होने के चार माह बाद भी चुनाव नहीं… हिसाब देने से बचना चाहती है कमिटी ???
जमशेदपुर :- बिष्टुपुर स्थित श्री राम मंदिरम् कमिटी का 26 मार्च को प्रस्तावित चुनाव टालने की मांग कमिटी के डिप्टी प्रेसिडेंट ए वेंकटेश्वर राव ने की. इस संबंध में उन्होंने निवर्तमान कमिटी के अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों को इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म में नवरात्रि का बहुत महत्व है. हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू होकर 30 मार्च तक रहेगी. 22 मार्च हिन्दू नव वर्ष जिसे तेलूगु भाषी उगादी एवं प्रभु श्री राम का जन्म, प्रभु श्री राम का कल्यानम एवं प्रभु श्री राम का पट्टाभिषेक आंध्र भक्त श्री राम मन्दिरम् में पूरी भक्ती भाव से एक उसत्व के रूप में मनाते आ रहे हैं. ऐसी स्थिति में 26 मार्च को चुनाव करवाना न्यायोचित नहीं होगा.
चार माह पहले खत्म हो गया कार्यकाल
ए वेंकटेश्वर राव ने बताया कि राम मंदिर कमिटी का कार्यकाल चार माह पहले खत्म हो गया. नियमतः 20 नवंबर 2022 को चुनाव सम्पन्न हो जाना चाहिए था. लेकिन इसमें विलंब हो गया. लेकिन अध्यक्ष वीड़ी गोपाल कृष्णा, महासचिव दूर्गा प्रसाद शर्मा चैत्र नवरात्र में चुनाव कराने पर अडिग हैं जो धर्मानुकूल नहीं है. इससे आंध्र भक्त श्री राम मन्दिरम् की प्रतिष्ठा एवं पवित्रता प्रभावित होगी. उन्होंने कहा कि जब चुनाव में देर हो गई तो आमसभा आयोजित कर सभी के मंतव्य से चुनाव की तिथि घोषित होनी चाहिए. ऐसा नहीं होने पर माना जाएगा कि वर्तमान पदाधिकारी अपने तीन वर्ष के कार्यकाल के आय-व्यय का हिसाब प्रस्तुत करने से बचना, ट्रस्टी नही नियुक्त करना, लेखा परीक्षक नही नियुक्त करना, अंकेक्षन से बचना चाहते है.