जूनियर डॉक्टरों ने स्टाइपेन के लिये किया धरना-प्रदर्शन स्वास्थ्यमंत्री बन्ना गुप्ता का आश्वासन 8 से 9 दिनों में करेंगे समस्या का समाधान
जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल के जूनियर व प्रशिक्षु डॉक्टरों को दो माह से और इंटर्नशीप करने वाले डॉक्टरों को पिछले चार माह से स्टाइपेन नहीं मिलने के कारण शुक्रवार को एमजीएम अस्पताल में धरना-प्रदर्शन किया गया. जूनियर डॉक्टर के हड़ताल करने से कई मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. सुबह के 9.30 बजे से लेकर दिन के एक बजे तक चले धरना-प्रदर्शन का कार्यक्रम के दौरान झारखंड के स्वास्थ्यमंत्री बन्ना गुप्ता ने वीडियो कॉलिंग कर जूनियर डॉक्टरों से बातचीत की. इस बीच स्वास्थ्यमंत्री की ओर से कहा गया कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी. वे 8 से 9 दिनों में स्टाइपेन की समस्या का समाधान कर देंगे. इसके बाद जूनियर डॉक्टरों का हड़ताल समाप्त हो गया.
बता दे कि जूनियर डॉक्टरों और इंटर्नशीप करने वाले डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने के कारण ओपीडी सेवा सुबह 9.30 बजे से ही प्रभावित रही. हड़ताली डॉक्टरों ने सहयोग नहीं किया. डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने के कारण इमरजेंशी में डॉक्टरों को बढ़ा दिया गया था. इसके पहले हड़ताली डॉक्टर एमजीएम अस्पताल के सुपरीटेंडेंट अरूण कुमार से मिले थे. जूनियर डॉ. रणवीर पाठक ने स्वास्थ्यमंत्री बन्ना गुप्ता से बातचीत की. इस बीच उन्होंने यह साफ कर दिया कि 8-9 दिनों तक वे अपनी मांगों को लेकर चुप रहेंगे, लेकिन उसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं होता है तो वे फिर से आंदोलन का रूख अख्तियार कर सकते हैं.