एनआईटी के रजिस्ट्रार का ऑडियो वायरल , सेटिंग पर करते है काम , ड्राइवर की पक्की नौकरी के लिए भी करते है सेटिंग , कर्मियों को नालायक और गधा कह कर बुलाते है ,
जमशेदपुर:- भारत के अच्छे इंस्टीट्यट में गिनती आने वाले जमशेदपुर से सटे आदित्यपुर में स्थित NIT इन दिनों विवाद में है। विवाद वहाँ के न कि विद्यार्थी का है और न ही शिक्षा से जुड़े टीचरों का। विवाद है वहां के रजिस्टार का। दरअसल मे रजिस्टार साहब अपने ड्राइवर से दारू की मांग करते है जिसके एवज में 4 ड्राइवर को परमामेन्ट नॉकरी में रखवाने की बात कहते है। सिर्फ इतना ही नहीं रजिस्टार के अंदर काम करने वाले सिक्युरिटी से परममेन्ट करवाने के एवज में 20 हजार रुपये की मांग भी करते है। इतना ही नहीं वो तो अपने कर्मचारी को गधा और न जाने क्या क्या कह कर बुलाते भी है। लोक आलोक न्यूज़ के पास वो ऑडियो मौजूद है जिसमे वो अपने ड्राइवर से दारू की मांग किस अंदाज में कर रहे है। साथ ही दूसरा ऑडियो भी मौजुद है जिसमे वो अपने कर्मचारी से कैसे बात कर रहे है।
और बता दें कि इनके अंदर काम करने वाले कर्मचारी परममेन्ट नॉकरी के लिए कैसे पैसे की डिमांड करते है वो कहते भी है ये पैसा रिफंडेबल नहीं।
बता दें कि रजिस्ट्रार साहब का नाम एन के रॉय है। बताया जाता है कि उनका विवादों से पुराना संबंध रहा है। इससे पहले दरभंगा स्थित ललित नारायण यूनिवरसिटी में रजिस्ट्रार के पद पर थे उनके ऊपर करब 35 केस दर्ज है और उन्हें उस यूनिवरसिटी से टर्मिनेट भी कर दिया गया है।
सरायकेला-खरसावां जिला के आदित्यपुर स्थित जमशेदपुर एनआईटी प्रबंधन के खिलाफ अनुकंपा आश्रित संघर्ष समिति की ओर से सांकेतिक धरना-प्रदर्शन की शुरुआत भी कर दी गई है. विदित हो कि अनुकंपा आश्रित संघर्ष समिति की ओर से पिछले 19 वर्षों से एनआईटी के अनुकंपा आश्रितों की मांग को लेकर आंदोलन चलाया जा रहा है. जहां 50 से भी अधिक अनुकंपा आश्रितों को रोजगार मुहैया प्रबंधन द्वारा नहीं कराया गया है. इस संबंध में जानकारी देते हुए अनुकंपा आश्रित संघर्ष समिति के अध्यक्ष संतोष मंडल ने बताया कि समिति के चार मुख्य मांग है. इसके तहत संस्थान के सभी अनुकंपा आश्रितों को अविलंब नियोजित किए जाने, अनुकंपा आश्रितों को पिछले 19 साल का पूरा वेतन दिए जाने, बीते 20 सितंबर को संस्थान के निबंधक द्वारा अपने कार्यालय में अनुकंपा आश्रितों को जलील और बेइज्जत किए जाने के मामले पर अनुकंपा आश्रितों से अविलंब माफी मांगने और निबंधक को अविलंब हटाए जाने की मांग की. उन्होंने बताया कि अगर संस्थान अनुकंपा आश्रितों के मामले में गंभीरता नहीं दिखाता है, तो जल्द ही सभी आश्रितों के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया जाएगा.