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जमशेदपुर : जमशेदपुर में कोरोना वायरस को लेकर लॉक डाउन किया गया है. किसी को बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गयी है. यह कर्फ्यू नहीं है, लॉक डाउन है, लेकिन लोग बाहर निकल जा रहे है. सुबह से लेकर दोपहर तक लोग सड़कों पर घुम रहे है. लोग समझने को तैयार नहीं है. हालांकि, सड़कों पर घुमने वालों की संख्या काफी कम ही है. कोई न कोई बहाने से ही लोग निकल रहे है. हालात पहले से बेहतर हो रहे है. कुछ दिन और अगर आप बंद कर अपने आपको रखेंगे तो शायद किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी.

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लेकिन लोग समझ नहीं रहे है. हालात यह है कि अब तक जमशेदपुर में 90 बाइक को जब्त किया जा चुका है और करीब 95 हजार रुपये का फाइन लगाया जा चुका है. बेवजह सड़कों पर घुमने वाले लड़कों की तो पिटाई तक पुलिस कर रही है. वाजिब कारण बताकर कहीं जाना है और प्रमाण बताने पर तो लोग आना जाना कर सकते है, लेकिन जो लोग नहीं बता रहे है, उनके खिलाफ जमशेदपुर पुलिस सख्ती बरत रही है, जो अब जरूरी लगता है क्योंकि मरीज एक भी सामने आया तो फिर कंट्रोल नहीं हो सकेगा.

कोई भी व्यक्ति अगर एक ही जगह से दूसरी जगह दो बार जाता दिखने से उनकी खबर ली जा रही है. वैसे गाड़ी से आने जाने वालों के गाड़ी नंबर के साथ मोबाइल नंबर और पता भी लिखा जा रहा है ताकि बाद में भी पता चलता है कि बेवजह का लोग घुम रहे है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. पूरे जमशेदपुर में करीब 25 से अधिक चेकपोस्ट काम कर रहे है, जहां लगातार चेकिंग की जा रही है. अगर बेवजह घर से दूर पाये गये तो सीधी कार्रवाई की जा रही है.

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आदित्यपुर पुल के पास बिष्टुपुर पुलिस द्वारा चल रहा चेकिंग.

जमशेदपुर पुलिस का अनुरोध पढ़िये :
पुलिस की गाड़ी आते ही घर में भाग जाना और जाते ही घर से बाहर निकल आना…
ये धोखा आप किसको दे रहे हो……?
पुलिस को या अपने आपको और अपने परिवार को…..??
कृपया परिस्थितियों की गम्भीरता को समझें, अपने आपको और अपने परिवार को सुरक्षित रखें, घरों 🏠में रहें ..
जमशेदपुर पुलिस का आपसे निवेदन है ….

आदित्यपुर पुल के पार एक सड़क को पूरी तरह सील कर दिया गया है.

जमशेदपुर प्रशासन की ओर से यह सब कियका जा रहा है, यह दिया गया है छूट :

अगर किसी को इमरजेंसी जाना है तो उनको जाने दिया जा रहा है. लेकिन पर्याप्त प्रमाण बताना पड़ रहा है.
अगर कोई राशन दुकानदार है या फिर जरूरी काम करने वालों में से है तो उनको पास बनाकर जिला परिवहन विभाग द्वारा दिया जा रहा है. इसके लिए भी व्यवस्था दी गयी है ताकि उनकी गाड़ी आना जाना कर सके
अगर कोई लॉक डाउन का उल्लंघन कर रहा है तो घर में पुलिस की टीम भी भेज दी जा रही है कि निकलने का कारण पूछा जा रहा है.
अगर किसी को अंतिम संस्कार या अन्य चीजें करना है तो 20 लोगों की इजाजत दी जा रही है. बेवजह की गैदरिंग करने की इजाजत नहीं दी जा रही है.
इलाज के लिए सारी छूट दी गयी है, किसी को इलाज के लिए नहीं रोका जा रहा है.
अगर किसी के साथ कोई आपात समस्या हो गयी है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई करने के लिए सारी व्यवस्था दी गयी है.
जगह-जगह चेकनाका बना दिया गया है.
एक जगह से दूसरी जगह जाने पर रोक लगा दी गयी है.
अगर किसी को विशेष परिस्थिति में जिले से बाहर यानी बिहार या राज्य के अन्य हिस्सों में जाना है तो डीसी की इजाजत से पास बनाया जा रहा है.
आपात स्थिति को छोड़कर लोगों को किसी भी हाल में बाहर जाने नहीं दिया जा रहा है.

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