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आदित्यपुर (संवाददाता ):- आदित्यपुर मेन रोड के एस टाइप स्थित आलोक गैस एजेंसी के मालिक सह समाजसेवी आलोक भगत (53 वर्ष) नहीं रहे. शनिवार की रात टाटा मोटर्स अस्पताल में इलाज के क्रम में उनका निधन हो गया. वे आदित्यपुर के हरिओम नगर के रोड नंबर-एक के रहनेवाले थे. बीते करीब एक महीने से उनकी तबीयत ठीक नहीं चल रही थी. वे कोरोना से संक्रमित हुए थे. इलाज के बाद जांच में उन्हें निगेटिव पाया गया था. बावजूद इसके उनकी तबीयत ठीक नहीं हुई. इसी को लेकर टाटा मोटर्स अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं सका. स्वर्गीय आलोक भगत अपने पीछे पत्नी और तीन बेटियों सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं. उनकी बड़ी पुत्री का नाम प्रिया आलोक है. जबकि उससे छोटी उनकी दो पुत्रियां अक्शरा आलोक और शिवांगी आलोक हैं. पार्वती घाट पर हुआ अंतिम संस्कार, बड़ी पुत्री ने दी मुखाग्नि रविवार को बिष्टुपुर स्थित पार्वती घाट में आलोक कुमार के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया. उनकी बड़ी बेटी प्रिया आलोक पिता को मुखाग्नि दी. इस दौरान स्वर्गीय भगत के परिजनों के अलावा पास-पड़ोस के लोग समेत अन्य लोग उपस्थित थे.मौके पर कलवार समाज, आदित्यपुर के राजेश कुमार मुन्ना, राजू भगत, विपिन बिहारी, उमेश कुमार और भाजपा नेता नंदजी प्रसाद समेत अन्य लोग मौजूद थे. समाज के लोगों ने समाजसेवी आलोक भगत के निधन पर गहरा शोक जताया. राजेश कुमार मुन्ना ने कहा कि स्वर्गीय आलोक भगत की हमेशा ही समाजिक कार्यों में बढ़चढक़र हिस्सा लेते थे. उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है. उसकी भारभाई निकट भविष्य में संभव नहीं है. उन्होंने ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति की कामना करते हुए दुख की इस घड़ी में परिवार को सहन शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की.

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