हत्यारे दीपक ने खोले हत्या से सारे राज, हत्या करने के बाद ट्यूशन टीचर के शव के साथ दीपक ने मिटायी थी ”हवस”, तीन और हत्या करने के प्लान के पहले ही हो गया मामले का भंडाफोड़ तो भाग निकला था दीपक, वेबसीरीज देखकर हो गया दीपक ”साइको किलर”, हत्या के पहले भी देखा था वेबसीरीज ”असुर”

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जमशेदपुर (वारदात) : जमशेदपुर के कदमा थाना अंतर्गत तीस्ता रोड स्थित क्वार्टर नंबर 97,99 में पत्नी, दो बच्ची और ट्यूशन टीचर की हत्या करने के बाद दोस्त पर जानलेवा हमला करने वाले दीपक कुमार की धनबाद से गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार देर रात जमशेदपुर पुलिस ने शहर लाया गया. इधर पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की. उसने पुलिस को बताया कि वह अपने बचपन के दोस्त प्रभु और उसके साले रौशन को मारना चाहता था क्योंकि प्रभु और रौशन की वजह से ही उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई. इसके अलावा उसने परिजन की हत्या इसलिए की क्योंकि उसके नही रहने से पत्नी और बच्चों को पैसों के लिए दर दर न भटकना पड़े. उसने पुलिस को बताया की वह टीचर की स्कूटी लेकर जाता और प्रभु की हत्या कर देता. इसके लिए उसने टीचर को चाकू दिखाकर स्कूटी भी मांगी पर टीचर ने उसकी पत्नी की लाश देख ली थी इसलिए उसने टीचर की हत्या कर दी. हत्या करने के बाद वह राउरकेला गया और वहां से पूरी चला गया. दो दिन पूरी में रुकने के बाद वह रांची गया जहां से धनबाद चला गया. धनबाद में उसे पुलिस ने पकड़ लिया.

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बता दें कि दीपक बचपन से ही अय्याश किस्म का था. साल 2004 में उसकी शादी वीना से हुई थी. बचपन से ही प्रभु उसके साथ रहा करता था. साल 2012 में उसने टाटा स्टील में ज्वाइन किया. इसके बाद उसने 40 लाख में सोपोडेरा वाला घर बेच दिया. 20 लाख खुद रखे और 20 लाख रुपए भाई को दे दिया. 2019 में उसने प्रभु से 17 लाख रुपए में एक हाइवा लिया और साथ ही एक लाख रुपए में बाइक भी ली. बाद में उसे जानकारी हुई की हाइवा का 5 लाख रुपए का रोड टैक्स बकाया है. उसे प्रभु ने ठग दिया है. हालांकि हाइवा को उसने जोजोबेडा प्लांट में चलवा रहा था. बाद में लॉक डाउन के कारण उसका हाइवा नही चल रहा था.

रौशन ने उसे बताया कि वह खड़कपुर स्थित एक कंपनी में हाइवा चले देगा. पर इस बीच रौशन ने उसे हिसाब नही दिया. बाद में उसने टाटा स्टील कॉ ऑपरेटिव सोसाइटी ने 4.5 लाख और बाकि 1.5 लाख रुपए का लोन लिया. उसकी सैलरी 34 हजार थी पर लोन के वजह से उसे मात्रा 8 हजार रूपए मिलते थे. इसी लिए वह परेशान रहा करता था. उसने घटना से 1 हफ्ते पहले से प्लानिंग कर रखी थी की रौशन को खाने पर बुलाकर उसे मारेगा और फिर टीचर की स्कूटी लेकर देर शाम प्रभु के साथ शराब पीने के दौरान उसकी हत्या करेगा. उसके पहले वह परिवार की हत्या करेगा. घटना की सुबह 5 बजे पत्नी उठी थी. उसके साथ थोड़ी देर बात की, रोज की तरह फ्रिज में पानी रखा और लगभग 8 बजे पत्नी की हत्या की. हत्या करने के बाद पलंग पर सोई हुई बड़ी बेटी की हत्या की और फिर छोटी बेटी की हत्या कर दी. हत्या करने के बाद वह नहाया और फिर नहाने के बाद ससुराल जाकर वहां से गहने लिए. कदमा बाजार जाकर गहने बेचकर घर आया. इतने में टीचर घर आई. उसने चाकू की नोक पर टीचर से उसकी स्कूटी मांगी पर टीचर ने मना कर दिया. टीचर भागते हुए उस कमरे में गई जहां पत्नी का शव पड़ा था. उसने शव देख लिए. इसलिए पहले उसका हाथ और मुंह बांधा और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. इस छीना झपटी में टीचर का कपड़ा इधर उधर हो गया जिससे उसकी नियत बिगड़ गई और टीचर के मारने के बाद उसके साथ दुष्कर्म किया. दुष्कर्म करने के बाद शव को बेड के अंदर डाल दिया. थोड़ी देर बाद रौशन घर आया पर उसके साथ उसकी पत्नी और साला को देखकर उसे लगा की उसका प्लान बेकार हो गया. इसलिए पहले उसने साले अंकित को मारने की सोची. उसने घर में म्यूजिक सिस्टम का साउंड हाई कर दिया और घर पर अंकित पर वार किया. रौशन पर भी वार किया पर रौशन की पत्नी आराध्या बाहर चली गई तो उसका प्लान फेल हो गया. किसी तरह इलाज करवाने का बहाना बनाकर वह वहां से भागा. आदित्यपुर, राजनगर और फिर वहां से राउरकेला पहुंचा. राउरकेला में उसकी बाइक पंचर हो गई तो वह बाइक को एक पंचर दुकान में छोड़कर वहां से कैब बुक किया और पूरी चला गया. पूरी में 13 और 14 अप्रैल को रुकने के बाद 15 अप्रैल को वह दूसरी कैब बुक कर रांची गया. रांची में शॉपिंग की ओर फिर वहां से धनबाद पहुंच गया. धनबाद में एक रात रुकने के बाद वह 16 की सुबह हीरापुर स्थित एचडीएफसी बैंक में भाई के अकाउंट में रुपए जमा करने पहुंचा पर यहां उसने मैनेजर से झगड़ा कर लिया जिसके बाद उसे पुलिस ने पकड़ लिए. अगर वह नहीं पकडाता तो वह पैसे जमा करने के बाद कुछ दिनों में आत्महत्या कर लेता.

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इधर घटना के बाद शहर की पुलिस दीपक की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास कर रही थी पर दीपक का कोई अता पता नहीं था. शुक्रवार को एसएसपी ने कदमा थाना प्रभारी और डीएसपी हेडक्वार्टर 2 के साथ एक बैठक की. बैठक के बीच ही उन्हे मैसेज आया की एचडीएफसी बैंक के खाते में 1.5 लाख का लेनदेन हुआ है. पुलिस तुरंत एक्टिव हुई और जमशेदपुर के एचडीएफसी बैंक से संपर्क कर हीरापुर ब्रांच से सीसीटीवी फुटेज मंगवाया. इस बीच पुलिस ने हीरापुर के बैंक मैनेजर से संपर्क कर दीपक की फोटो दिखाई तो बैंक मैनेजर ने उसे पहचान लिया. पुलिस ने तुरंत जाल बिछाया और दीपक को पकड़ लिया.

इधर पुलिस उसे देर रात शहर लेकर पहुंची जहां से पुलिस उसे घटना स्थल पर लेकर गई. घटना 9स्थल पर पुलिस ने क्राइम सीन को रीक्रिएट करवाया. दीपक ने पुलिस को चाकू, घर की चाबी और जिस टेप से टीचर का हाथ बांधा था वह टेप बरामद किया है.

सीरियल किलर का वेबसीरीज देखने के चक्कर में बन गया नरपिशाच और की थी हत्याएं

हत्यारा दीपक खुद मानसिक तौर पर बीमार लग रहा है. उसने पूछताछ में बताया है कि वह हत्या के पहले वेबसीरीज ”असुर” को देखा था. असुर वेबसीरीज फिल्म को देखने के बाद वह खुद नरपिशाच बन गया था. पत्नी के साथ उसने असुर को देखा था. उस पत्नी को क्या मालूम कि वह खुद असुर पति के साथ बैठे हुए है, जो उनकी जिंदगी ले लेगा. इससे पहले भी वह पाताल लोक जैसे वेबसीरीज देखा था, जिसमें सीरियल क्राइम को दर्शाया गया है. उसको देखकर ही उसने पूरे हत्याकांड को अंजाम देने का प्लान बनाया और उसने अपनी पत्नी, दो बेटियों की पहले हत्या की और उसके बाद उसने ट्यूशन टीचर को मार डाला और फिर अपने दोस्त रोशन और उसकी पत्नी को खाना पर बुलाया ताकि उसको भी मार सके, लेकिन रोशन का साला भी आ गया था. इस कारण रोशन के पहले उसने उसके साला रंजीत को निशाना बनाया ताकि उसको रास्ते से हटा दें, लेकिन नहीं हुआ, जिसके बाद वह भाग निकला. दीपक ने पूछताछ में बताया है कि वह वेबसीरीज में सिर्फ यहीं देखता था की सीरियल क्राइम या सीरियल मर्डर कैसे कर सकता है और उसी फिल्म को वह पसंद करता था, जिस कारण उसकी मानसिकता भी वहीं हो गयी थी. आपको बता दें कि वेबसीरीज पाताल लोक में हथौड़ा त्यागी नामक एक सीरियल हत्यारा था, जिससे वह हत्या की सारी योजना बनायी थी.

जानिए किस तरह हत्याकांड को बारी-बारी से दिया अंजाम

सोमवार की सुबह 8 बजे पहले पत्नी, फिर दो बेटियों को मारा, जानिये क्यों मारा उसने पत्नी और दोनों बेटियों को

सोमवार की सुबह 8 बजे इस कांड को उसने अंजाम दिया था. रविवार की रात उसने बगल में आयोजित किट्टी पार्टी में हिस्सा लिया था. वे लोग रविवार को देर रात पार्टी से आने के बाद पत्नी के साथ वेबसीरीज असुर को देखा और सो गया. उसने बताया कि वह रात भर नहीं सोया था. पत्नी और बेटियां सो गयी थी. उसने पुलिस को बताया है कि वह रात भर हत्या का प्लान बना रहा था. रोशन और उसके मामा (जो उसके पुराने दोस्त है) की हत्या करने के बाद वह जान रहा था या तो वह खुद मरेगा या फिर जेल जायेगा. इस कारण वह नहीं चाहता था कि उसकी पत्नी और बच्चे दूसरे के भरोसे जिये, इस कारण उसने पहले सुबह 8 बजे एक कमरे में अपनी पत्नी का गला दबाकर हत्या कर दी और हथौड़े से मारकर उसको मार डाला. इसके बाद सोयी हुई 15 साल की एक बेटी और 4 साल की एक अन्य बेटी को उसने सोये हालत में गला दबा दिया. उसके बाद वह नहाया. फिर पूजा किया, टीका लगाया और फिर गाड़ी लेकर अपने ससुराल जाकर गहने लिये. गहने लेकर फिर वह कदमा बाजार स्थित आरके ज्वेलर्स गया, जहां उसने 4.50 लाख रुपये में गहने का सौदा किया. इसके बाद दुकानदार ने उसको कैश 3 लाख दिये और छोटे भाई के एकाउंट में 1.50 लाख रुपये ट्रांस्फर करने की बात कहकर वह चला गया. इसके बाद वह घर आया. उसके बाद वह रोशन को मारना चाहता था, जिसके लिए उसने रोशन को दोपहर के खाने पर बुलाया और बोला कि रोशन अपनी पत्नी के साथ आये की रोशन को भी मार दें और फिर पत्नी को भी मार दें. लेकिन वह अपने साला रंजीत को भी साथ लेते हुए आ गया. इसके बाद उसने रोशन और उसकी पत्नी जब आये तो बच्चे को शौच कराने के लिए चले गये तब उसने रंजीत को पहले मारने की कोशिश की, जिसके बाद रोशन आ गया और दोनों के बीच मारपीट होने लगी. इस बीच रोशन को यह जानकारी नहीं थी कि दीपक ने अपनी पत्नी और बच्चे के साथ साथ ट्यूशन टीचर को ही मार दिया है. वे लोग किसी तरह जान बचाकर टीएमएच पहुंचे, जहां रंजीत का इलाज चल रहा है. इसके बाद दीपक वहां से बुलेट लेकर फरार हो गया.

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जानकारी के मुताबिक ट्यूशन टीचर रिंकी घोष दोपहर पौने बारह बजे स्कूटी पर सवार होकर आयी. रिंकी घोष को देखकर उसको आइडिया आया कि वह उसका स्कूटी लेकर जोजोबेड़ा जायेगा, जहां वह रोशन के मामा प्रभु जी से मिलकर उसकी हत्या कर स्कूटी से भागकर आ जायेगा क्योंकि उसकी गाड़ी सब कोई पहचान लेगा. जैसे ही ट्यूशन टीचर आयी तो दीपक ने ट्यूशन टीचर रिंकी घोष को कमरे के अंदर ही चाकू भिड़ा दिया और चाकू दिखाकर स्कूटी की चाभी मांगी. चाकू देखकर ट्यूशन टीचर डर गयी. उसको चाकू के बल पर उस रूम में ले गया, जहां उसने पत्नी और बच्चों को मारा था. पत्नी और बच्चों की लाश देखकर ट्यूशन टीचर चिल्लाने लगी तो उस पर उसने हथौड़ा से हमला कर दिया. इसके बाद ट्यूशन टीचर को उसने चाकू के बल पर अपने कब्जे में लिया, फिर उसका मुंह और हाथ और पैर को टेप से बांध दिया. टेप से बांधने के बाद उसकी हत्या हथौड़े से मार-मारकर कर दी, जिसके बाद उसको वह पलंग के अंदर डालने की कोशिश करने लगा तो उसके शव के शरीर पर उसका हाथ पड़ा तो उसकी नियत खराब हो गयी. उसने ट्यूशन टीचर की मौत के बाद उसके शव के साथ हवस का शिकार बनाया और शव को पलंग में डालकर अपने दोस्त रोशन को फोन कर बुलाया.

दीपक कुमार ने पुलिस को बताया है कि वह खुद 40 साल का है और सोपोडेरा (जमशेदपुर) का ही रहने वाला है. 2004 में उसकी शादी हुई. एक बेटी 15 साल की और एक 4 साल की है. उसके सोपोडेरा स्थित घर के पास प्रभु साव रहते थे, जिसके साथ उसकी दोस्ती थी. 2012 में उसकी टाटा स्टील में फायरमैन की नौकरी हो गयी. वह खर्चिला व्यक्ति था. उसी चक्कर में उसका कई जगह कर्ज हो गया था. कर्ज से छुटकारा पाने के लिए उसने 40 लाख में अपने पैतृक संपत्ति सोपोडेरा के घर को 40 लाख में बेच दिया था. वे लोग दो भाई है, एक को 20 लाख और उसको 20 लाख रुपये मिले. उससे उसने कर्ज चुकाया और 17 लाख में उसको प्रभु जी ने एक हाइवा पकड़ा दिया, जिसका पांच साल का रोड टैक्स बकाया था. 2019 में उसने हाइवा ली, टैक्स भरा, फिर लॉकडाउन हो गया, जिसके बाद वह कर्ज में फिर से पड़ गया. इसके बाद प्रभु जी का भगिना रोशन के साथ भी उसकी दोस्ती थी. खड़गपुर के एक कंपनी में रोशन ने उसका हाइवा लगवा दिया. हाइवा लगवाने के बाद से कुछ दिनों तक पैसे तो उसने दिये, लेकिन फिर पैसा देना दीपक को बंद कर दिया. इसके बाद से वह रोशन और प्रभु जी को मारने का प्लान बना रहा था. रोशन और प्रभु जी को मारने के चक्कर में उसने अपनी पत्नी और दो बेटियों को पहले मारा, फिर ट्यूशन टीचर को मारा. लेकिन वह रोशन और प्रभु जी को मार नहीं सका. वह पत्नी और बेटियों को किसी के हवाले छोड़ना नहीं चाहता था, जिस कारण उसने पहले उनकी हत्या कर दी. फिर रोशन को बुलाया तो रोशन अपने साला के साथ और पत्नी के साथ आया. दीपक की योजना थी कि रोशन को एक कमरे में रखकर पहले रोशन को मार देंगे, फिर रोशन की पत्नी को मार देंगे, लेकिन वह असफल रहा क्योंकि उसका साला भी साथ आ गया था. इसलिए उसने रोशन के साले को पहले मारा ताकि पहला रोड़ा दूर किया जा सके और फिर रोशन और उसकी पत्नी को मारना था, लेकिन वे लोग बच निकले.

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एसएसपी ने बताया कि हत्या करने के बाद दीपक बुलेट लेकर सुंदरनगर होते हुए ओड़िशा की ओर जा रहा था कि बीच में ही बुलेट खराब हो गयी. उसने बुलेट को वहीं पर खड़ी कर दी और फिर वहां कार मंगाकर पहले पुरी गया. पुरी में वह रहा. पुरी जाने के बाद वह एक दिन रहा. ड्राइवर के आइडी पर ही वह पुरी में रहा और फिर वहां से भागकर फिर राउरकेला आ गया. राउरकेला आने के बाद वह धनबाद आया, जहां वह अपने भाई के एकाउंट में पैसे डाला तो चेक किया गया तो दीपक ने ही पैसे डाले थे. इसके बाद जमशेदपुर पुलिस ने धनबाद पुलिस से संपर्क कर हीरापुर धनबाद के एचडीएफसी बैंक की घेराबंदी करा दी. डेढ़ लाख डालने के बाद वह फिर से 95 हजार रुपये जमा करने आया तो वह पकड़ा गया और उसके बाद उसको जमशेदपुर ले आया गया. धनबाद में भी वह ड्राइवर के आइडी लेकर ही होटल लिया था.

हत्या में प्रयुक्त सामान समेत कई सबूत पुलिस ने बरामद किये पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त टेप, हथौड़ा, सीसीटीवी फुटेज धनबाद बैंक का और होटल का बरामद किया गया है. उसके पास से एक लाख रुपये नगद भी बरामद किया गया है. पैन कार्ड के साथ-साथ तीन एटीएम कार्ड भी बरामद किया गया है. दीपक के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने उसको कोर्ट में हाजिर कराया. दीपक का कोरोना जांच करायी गयी, जिसमें वह नेगेटिव पाया गया और उसको अब जेल भेजा जा रहा है.

दीपक का ट्यूशन टीचर के साथ संबंध की बात गलत, दीपक की पत्नी का किसी के साथ संबंध होने की बात भी गलत

एसएसपी डॉ एम तमिल वाणन ने कहा कि दीपक का ट्यूशन टीचर के साथ किसी तरह का अवैध संबंध की बात कहा जाना गलत है. किसी तरह का कोई संबंध नहीं था. दीपक की पत्नी के साथ किसी के साथ संबंध होने की बात भी गलत है. पूरा परिवार हंसता खेलता परिवार था, सिर्फ वह साइको किलर बनकर उसने हत्या कर दी. हत्यारे दीपक ने सोची समझी साजिश के तहत कांड को अंजाम दिया, अधिकतम सजा दिलाकर रहेंगे

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