“जीवन को शांति से भर दो, यह बार-बार नहीं मिलेगा” — प्रेम रावत..नेपाल में हज़ारों लोगों को दिया जीवन का आनंद और आत्मशांति का संदेश…



लोक आलोक सेंट्रल डेस्क:प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय वक्ता, लेखक और ग्लोबल पीस एंबेसडर प्रेम रावत जी ने आज काठमांडू के भक्तपुर में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में हज़ारों लोगों को सम्बोधित किया। यह कार्यक्रम आत्मज्ञान प्रचार संघ नेपाल द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें नेपाल और भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने भाग लिया।


प्रेम रावत जी ने कहा, “यह जीवन बहुत दुर्लभ है। जन्म हुआ, अभी जीवन है, और एक दिन जाना है — यही सच्चाई है। इसलिए इस जीवन का आनंद ले लो और इसे शांति से भर दो।” उन्होंने जीवन की प्राथमिकताओं पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि आनंद सर्वोपरि होना चाहिए और उसी में सच्चे ईश्वर का अनुभव संभव है।
उन्होंने आगे कहा, “रावण को रावण बनाने वाली काम, क्रोध और मोह जैसी चीज़ें आज भी संसार में मौजूद हैं। उनसे बचने के लिए एक मार्गदर्शक की आवश्यकता है।” उन्होंने आंतरिक शांति की ओर प्रेरित करते हुए कहा कि “जो तुम्हारे हृदय में है, उसे जानोगे तो जीते जी स्वर्ग का अनुभव कर सकोगे।”
प्रेम रावत जी के बारे में:
1970 के दशक में एक बाल प्रतिभा के रूप में उभरे प्रेम रावत ने आज दुनिया भर में करोड़ों लोगों को जीवन की स्पष्टता और शांति का संदेश दिया है।
उन्होंने तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल किए हैं, जिनमें सबसे बड़े पुस्तक वाचन और सबसे बड़े दर्शक समूह के रिकॉर्ड शामिल हैं।
उनकी संस्था TPRF (The Prem Rawat Foundation) भारत, नेपाल, घाना और दक्षिण अफ्रीका में भूख, जल और शांति के लिए कार्य कर रही है।
उनका “पीस एजुकेशन प्रोग्राम” 1000 से अधिक जेलों सहित 1400+ संस्थानों में चलाया जा रहा है।
उनका पॉडकास्ट “Life’s Essentials” और किताबें “स्वयं की आवाज़” और “शांति संभव है” वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हैं।
सम्मान और पहचान:
उन्हें 20 से अधिक प्रमुख शहरों की सम्मान चाबियाँ प्रदान की गई हैं।
उन्हें ‘एशिया पैसिफिक ब्रांड लॉरिएट लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ से नवाज़ा गया है, जो पहले नेल्सन मंडेला और स्टीव जॉब्स को भी मिला है।
वे एक वक्ता, लेखक, पायलट, संगीतकार और फोटोग्राफर भी हैं।
