झारखंड में लगेगी गीगा फैक्ट्री, हजारों युवाओं को मिलेगा रोजगार का अवसर..मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की स्पेन-स्वीडन यात्रा ने खोले निवेश के नए रास्ते…



जमशेदपुर : झारखंड में युवाओं के लिए रोजगार का एक बड़ा अवसर सामने आया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की हालिया स्पेन और स्वीडन यात्रा के दौरान विश्वप्रसिद्ध टेस्का कंपनी के साथ झारखंड में गीगा फैक्ट्री स्थापित करने को लेकर सकारात्मक बातचीत हुई। यह फैक्ट्री बैटरी भंडारण उत्पादों की असेंबली पर केंद्रित होगी, जिससे राज्य के हजारों युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।


मुख्यमंत्री की यह यात्रा झारखंड में नवीकरणीय ऊर्जा और खेल विकास जैसे दो अहम क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है। टेस्का कंपनी द्वारा प्रस्तावित गीगा फैक्ट्री रोमानिया के ब्रेइला में बने संयंत्र की तर्ज पर बनाई जाएगी।
इसके साथ ही झारखंड में फुटबॉल को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक अहम पहल हुई है। बार्सिलोना स्थित आरसीडी इस्पानोल फुटबॉल क्लब ने झारखंड सरकार को कोचों के प्रशिक्षण और खेल विकास के लिए एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर करने का प्रस्ताव दिया है। यह प्रस्ताव राज्य में खेलों की दिशा में नई ऊर्जा लाने का संकेत देता है।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में झारखंड सरकार के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने बार्सिलोना में प्रवासी भारतीय व्यवसायियों और विशेषज्ञों से भी मुलाकात की। इसमें स्टार्टअप मेंटरशिप, क्लीन एनर्जी, मेडटेक, खेल विपणन, बायो-फार्मा, लीगल, डेंटिस्ट्री जैसे कई क्षेत्रों पर गहन चर्चा हुई।
टेस्का ग्रुप (चेकोस्लोवाकिया) के सीईओ डुशान लिचार्डस से भी मुख्यमंत्री की विशेष भेंट हुई, जिसमें गीगा फैक्ट्री की स्थापना को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त, झारखंड सरकार को सुझाव मिला कि राज्य में स्टार्टअप्स और उनके मेंटर्स की मैपिंग कर उन्हें वैश्विक स्तर के इनक्यूबेटर्स से जोड़ा जाए। कटहल और टमाटर जैसे स्थानीय उत्पादों के प्रसंस्करण उद्योग में निवेश को लेकर भी संभावना जताई गई।
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि स्पेनिश कंपनियों के साथ सतत संवाद बनाए रखा जाएगा और राज्य सरकार नीतियों में आवश्यक बदलाव कर निवेश को धरातल पर उतारने के लिए तत्पर रहेगी।
हर यात्रा केवल एक सफर नहीं होती, कुछ यात्राएं राज्य के भविष्य को नई दिशा देने वाली होती हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की यह यात्रा भी झारखंड को वैश्विक निवेश मानचित्र पर ले जाने की दिशा में एक साहसी कदम है। अब समय है कि झारखंड के युवा अपने हुनर और मेहनत से इन अवसरों को सफलता में बदलें।
