आर्थिक रूप से कमजोर 63 लाभुक बच्चों को मिला स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ
जमशेदपुर (संवाददाता ):-जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देशानुसार चक्रधरपुर प्रखंड में बाल संरक्षण प्रणालियों के तहत लक्जरी इन होटल चक्रधरपुर में एकदिवसीय समन्वयक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत लाभुक बच्चों एवं उनके परिजनों के साथ बाल सुरक्षा, बाल विकास, बाल अधिकारों के बारे में अवगत कराया गया। इस कार्यक्रम के उद्देश्य के तहत प्रखंडस्तर पर चिन्हित बेसहारा,उपेक्षित तथा देखरेख जरूरतमंद 63 बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ दिया गया है। बाल संरक्षण कार्यालय मनोहरपुर के प्रोटेक्शन ऑफिसर डॉ कृष्णा कुमार तिवारी ने बताया कि जिला उपायुक्त के निर्देश के आलोक में जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय तथा सेव द चिल्ड्रन द्वारा कई वर्षों से चक्रधरपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में बच्चों को सुरक्षा हेतु विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिसके तहत ग्रामस्तर तक बाल अधिकारों के बारे में जन-जन तक लोगों को जागरूक किया गया है। इसी क्रम में देखरेख एवं जरूरतमंद वाले बच्चों को सेव द चिल्ड्रेन द्वारा कुल 158 बच्चों को चिन्हित किया गया है। सेव द चिल्ड्रेन के कार्यक्रम पदाधिकारी दिव्या तिग्गा ने बताया कि इन सभी बच्चों को स्पोंशोरशिप कार्यक्रम योजना से जोड़ने हेतु 3 स्टेप में जिला बाल संरक्षण इकाई के साथ कार्यक्रम किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत सभी लाभुक परिवार के बच्चों को ऑन द स्पॉट बाल कल्याण समिति, चाईबासा के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। तत्पश्चात स्पॉन्सरशिप फोस्टर केयर अनुमोदन समिति में आवेदन प्रतिवेदित करते हुए उपायुक्त महोदय के अंतिम आदेश उपरांत इन सभी बच्चों को स्पोंशोरशिप कार्यक्रम से जोड़कर प्रतिमाह ₹2000 दिए जाएंगे । इन सहायता राशि से बच्चे को बेहतर शिक्षा एवं स्वास्थ्य हेतु खर्च किये जायेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान बच्चों को सेव् द चिल्ड्रेन द्वारा स्कूल बैग, ड्रॉइंग सेट, पेंसिल बॉक्स, वॉटर बोतल, कॉपी-पेन, बच्चों के लिये रोजाना पहनने हेतु टी-शर्ट एवं कैप आदि वितरित वितरित की गई। इस मौके पर सृजन महिला विकास मंच के सचिव नरगिस खातून, मोहम्मद इस्लाम, जिला बाल संरक्षण इकाई के आउटरीच वर्कर रीना कच्छप, जगन्नाथ पोद्दार, संस्था के रीना प्रधान एवं ओम चाइल्डलाईन के कोऑर्डिनेटर अनन्त प्रधान एवं काफ़ी संख्या में परिजन एवं उनके बच्चे उपस्थित रहे।