पुराने हाथों में ही 4 पावरफुल मंत्रालय,जानें मोदी की नई टीम के बारे…

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लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- मोदी ने अपनी नई कैबिनेट कुछ इस तरह से सजाई है कि चारों पावरफुल मंत्रालयों पर बीजेपी का दबदबा अब भी काम है. देश की सुरक्षा और विदेश नीति में सीसीएस की भूमिका बेहम खास है. इसमें इस बार भी बदलाव न करने से ये तो साफ हो गया है कि मोदी सरकार की नीतियां अब भी उतनी ही सख्त हैं.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रियों के शपथ ग्रहण के साथ ही अब ये भी साफ हो गया है कि कौन सा मंत्रालय किसको मिलेगा. पीएम मोदी ने सभी 71 मंत्रियों को उनके मंत्रालयों का जिम्मा सौंप दिया है. लेकिन इस सब के बीच गौर करने वाली बात ये है कि कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) मंत्रालयों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. 4 पावरफुल मंत्रालयों की कमान अब भी पुराने हाथों में ही है. गृह, वित्त, विदेश और रक्षा, ये वो मंत्रालय हैं जो पहले और अब उन्हीं नेताओं के पास है. इससे एक बात को साफ है कि पीएम मोदी इन सभी मंत्रियों की पिछली परफॉर्मेंस से पूरी तरह से संतुष्ट हैं. मोदी 3.0 सरकार में भी गृह मंत्रालय एक बार फिर से अमित शाह को सौंपा गया है, जब कि विदेश मंत्रालय की कमान फिर से एस जयशंकर के पास है. वहीं राजनाथ सिंह और निर्मला सीतारमण को भी उनके पिछले मंत्रालयों की जिम्मेदारी फिर दे दी गई है.

कैबिनेट में CCS को सबसे अहम समिति माना जाता है, दरअसल ये समिति राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी फैसले लेने में अपनी अहम भूमिका निभाती है. गृह, वित्त, रक्षा और विदेश ये चारों मंत्रालय सीसीएस के तहत आते हैं. पीएम मोदी ने अपनी कैबिनेट कुछ इस तरह से सजाई है कि ये चारों मंत्रालयों पर बीजेपी का दबदबा अब भी काम है. देश की सुरक्षा और विदेश नीति में सीसीएस की भूमिका बेहम खास है. इसमें इस बार भी बदलाव न कर ये तो साफ हो गया है कि मोदी सरकार की नीतियां अब भी उतनी ही सख्त हैं. बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोक शिकायत, कार्मिक और पेंशन, अंतरिक्ष विभाग, परमाणु ऊर्जा विकास और सभी महत्वपूर्ण मंत्रालय जो किसी को आवंटित नहीं किए गए हैं, वह अपने पास रखे हैं.

अमित शाह- गृह मंत्रालय

एस जयशंकर- विदेश मंत्रालय

निर्मला सीतारमण- वित्त मंत्रालय

राजनाथ सिंह- रक्षा मंत्रालय

PM मोदी की कोर टीम में कौन-कौन?

जेपी नड्डा शिवराज सिंह चौहान, मनोहरलाल खट्टर, सीआर पाटिल…ये वो मंत्री हैं, जिनको पीएम मोदी ने एक बार फिर से बड़ी जिम्मेदारी देते हुए अपनी कोर टीम में शामिल किया है. भले इन लोगों के पास अब पहले वाली जिम्मेदारी नहीं है लेकिन शायद पीएम मोदी नहीं चाहते थे कि ये अनुभवी नेता कैबिनेट से दूर रहें, यही वजह है कि बीजेपी अध्यक्ष पद की कमान संभालने वाले जेपी नड्डा को स्वास्थ्य मंत्रालय दिया है, करीब 5 साल बाद नड्डा की मोदी कैबिनेट में वापसी हुई है. मोदी 2.0 में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम रहे शिवराज सिंह चौहान को कृषि मंत्रालय, हरियाणा के पूर्ण सीएम मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा और अर्बन अफेयर मंत्रालय और गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल को जलशक्ति मंत्रालय देकर अपनी कोर टीम में शामिल कर लिया है. अब भी इन नेताओं का अनुभव सरकार को और सशक्त बनाता रहेगा.

जेपी नड्डा- स्वास्थ्य मंत्रालय

शिवराज सिंह चौहान-कृषि मंत्रालय

मनोहर लाल खट्टर- ऊर्जा मंत्रालय

सीआर पाटिल– जलशक्ति मंत्रालय

क्या है CCS, इसमें कौन-कौन से मंत्री होते हैं शामिल?

सीसीएस समति की अध्यक्षता प्रधानमंत्री खुद करते हैं. उनकी इस समिति में देश के गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री शामिल होते हैं. CCS की बैठकों में कौबिनेट सचिव, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और रक्षा सचिव भी शामिल होते हैं.

पीएम मोदी ने अपनी नई टीम को बहुत ही शानदार अंदाज में सजाया है. पिछली सरकार में रोड और ट्रांसपोर्ट मंत्री रहे नितिन गडकरी पर एक बार फिर से पीएम मोदी ने भरोसा जताया है. पीयूष गोयल को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री की जिम्मेदारी दी है. धर्मेंद्र प्रधान को शिक्षा मंत्री बनाया गया है. वहीं अश्वनी वैष्णव को रेल मंत्री, सूचना एवं प्रसारण मंत्री और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री बनाया गया है. ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया को संचार मंत्री और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय दिया गया है. हरदीप सिंह पुरी को इस सरकार में पेट्रोलियम मंत्रालय सौंपा गया है. मनसुख मंडाविया, जो पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्रालय संभाल रहे थे, उनको अब श्रम और रोजगार मंत्री और युवा मामले और खेल मंत्रालय सौंपा गया है. जी किशन रेड्डी को कोयला और खान मंत्री बनाया गया है.

पीयूष गोयल- वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय

धर्मेंद्र प्रधान– शिक्षा मंत्रालय

अश्वनी वैष्णव-रेल, सूचना एवं प्रसारण

मंत्रालय

ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया-संचार और पूर्वोत्तर मंत्रालय

हरदीप सिंह पुरी –पेट्रोलियम मंत्रालय

मनसुख मंडाविया-श्रम और रोजगार मंत्रालय

जी किशन रेड्डी- कोयला और खान मंत्रालय

किरेन रिजिजू- संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मंत्रालय

NDA के साथी दलों का भी पूरा ख्याल

मोदी 3.0 सरकार में एनडीए के साथी दलों का भी बखूबी ख्याल रखा गया है. सहयोगी दलों जैसे जेडीयू, लोक जन शक्ति पार्टी, हम पार्टी, टीडीपी समेत तमाम एसे सहयोगी दल है, जिनको अहम जिम्मेदारी कैबिनेट में दी गई है. जेडीएस के HD कुमारस्वामी को भारी उद्योग और इस्पात मंत्री, तो एलजेपी के चिराग पासवान को खेल मंत्री बनाया गया है. राममोहन नायडू को नागरिक उड्डयन (सिविल एविएशन) मंत्री,राजीव रंजन सिंह (लल्लन सिंह) को पंचायती राज, मछली, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

 

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