RIT थाना क्षेत्र में बालू के अवैध उत्खन से कुलुपटांगा घाट में डूबा युवक, छठ कर रही मां का उजड़ा कोख…डीसी एसपी ने लोगो के बातों को अनसुना कर नहीं किया था निरीक्षण…
आदित्यपुर:- आखिर अवैध बालू खनन माफिया के कारण कुलुपटांगा छठ घाट पर एक मां का कोख उजड़ ही गया। इस घाट पर बीते एक वर्ष से बालू उत्खनन माफिया लगातार अवैध उत्खनन कर रहे है। शनिवार को इस मामले से अधिकारियों को अवगत कराया गया था, लेकिन उपायुक्त समेत किसी भी अधिकारी ने इस घाट का निरीक्षण नहीं किया। बता दें की आरआईटी थाना क्षेत्र के मार्ग संख्या 11 जनता फ्लैट निवासी युवक की नदी में डूबने से मौत हो गई। घटना आज 12 बजे की है। जानकारी के अनुसार युवक अपने कुछ दोस्तो के साथ कुलुपटांगा स्थित छठ घाट पर घाट बनाने गया था। घाट बनाने के उपरांत अपने दोस्तो के साथ नदी में स्नान करने लगा। इसी क्रम में वह गहरे पानी में चला गया। जबतक उसके दोस्त कुछ समझते वह डूबने लगा। हैरत की बात है की जिला प्रशासन ने हर घाट पर गोताखोर उपलब्ध कराने की बात कही थी। लेकिन युवक नदी में डूबते रहा लोग युवक को बचाने की गुहार लगाते रहे लेकिन आगे कोई नहीं आता। इसके बाद मौके पर मौजूद छठ पूजा कमिटी के लोगो ने कुछ स्थानीय युवकों के मदद से युवक को निकाला लेकिन तबतक काफी देर हो चुकी थी। आरआईटी थाना प्रभारी सागर लाल महथा के साथ पूजा कमिटी के लोग युवक को लेकर टीएमएच ले गए लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी, और चिकित्सको ने युवक को मृत घोषित कर दिया। बता दें की कुलूपटांगा छठ घाट पर बालू माफिया पूरी तरह से कल तक अवैध उत्खनन में जुटा रहा। इधर शनिवार को गाजिया बराज से पानी छोड़े जाने के बाद नदी का जल स्तर बढ़ गया था। वहीं बालू उत्खनन के कारण नदी में जगह जगह बड़ा गड्ढा बन गया है। जिसकी वजह से युवक डूबने से मौत हो गई।
तीन बहनों में इकलौता था मृतक कुंदन
23 वर्षीय कुंदन की मां छठ कर रही थी। पुत्र छठ घाट को बनाने गया था, इधर मां दौरा सजा रही थी, इसी बीच उनके घर में जो बुरी खबर आई शायद ऐसा किसी के साथ ना हो। पिता रविंद्र पांडे पेशे से पुजारी है। कुंदन सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था।
डीसी-एसपी से लोग कुलूपटांगा छठ घाट का निरीक्षण करने की आग्रह की गई थी लेकिन दोनो अधिकारी मार्ग संख्या 7 छठ घाट से वापस लौट गए थे। लोग अधिकारियों से कल गुहार लगा रहे थे की सर कुलुपटांगा छठ घाट को बालू उत्खनन माफिया ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। जलस्तर बढ़ने के बाद यहां का घाट खतरनाक हो जायेगा। लोग बालू माफिया पर कारवाई करते हुए उत्खनन में बर्बाद घाट को समतल कराने की मांग करते रहे लेकिन अधिकारियों ने इसे अनसुना कर दिया।