विश्व उच्च रक्तचाप दिवस 2025: हाई बीपी को कहें अलविदा, समय पर जांच और जागरूकता है सबसे बड़ा बचाव



नई दिल्ली। हर साल 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस (World Hypertension Day) मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) जैसी गंभीर लेकिन अक्सर अनदेखी की जाने वाली स्वास्थ्य समस्या के प्रति जागरूक करना है। वर्ष 2025 में इस दिन की थीम है –


“Measure Your Blood Pressure Accurately, Control It, Live Longer”
(अपना ब्लड प्रेशर सही तरीके से मापें, उसे नियंत्रित रखें और लंबा जीवन जिएं।)
हाइपरटेंशन को आमतौर पर ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है, क्योंकि इसके लक्षण अक्सर स्पष्ट नहीं होते, लेकिन यह शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को गहराई से प्रभावित कर सकता है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह दिल की बीमारियों, स्ट्रोक, किडनी फेलियर और आंखों की रोशनी कम होने जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।
भारत में हाइपरटेंशन की स्थिति चिंताजनक
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में हर तीसरा वयस्क उच्च रक्तचाप से पीड़ित है। इनमें से एक बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है जिन्हें अपनी इस स्थिति का पता ही नहीं होता। विशेषज्ञों के मुताबिक, समय पर जांच, सही आहार, नियमित व्यायाम और तनाव नियंत्रण इस बीमारी से बचाव के प्रमुख उपाय हैं।
हाई बीपी के आम लक्षण:
बार-बार सिरदर्द
चक्कर आना
थकान महसूस होना
धड़कन तेज होना
सांस फूलना
हालांकि, कई बार मरीज में कोई लक्षण नजर नहीं आते और बीपी की समस्या अंदर ही अंदर शरीर को नुकसान पहुंचा रही होती है।
रोकथाम के उपाय:
नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच करें
कम नमक और कम वसा वाला आहार लें
धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं
हर दिन कम से कम 30 मिनट टहलें या व्यायाम करें
तनाव से बचें, योग और ध्यान को दिनचर्या में शामिल करें
अगर डॉक्टर ने दवा दी है, तो नियमित सेवन करें
