बहरागोड़ा में हाथियों के आतंक से टूटा महिला का पैर
बहरागोड़ा:- बहरागोड़ा प्रखंड अंतर्गत मानुषमुड़िया क्षेत्र में इन दिनों फिर से जंगली हाथियों का तांडव देखने को मिल रहा है.मानुषमुड़िया से सटे जंगल में विचरण कर रहे जंगली हाथियों ने ग्रामीणों को मुश्किल में डाल दिया है.
बताया गया कि सालदोहा गांव के राधी सोरेन नामक महिला अपने पति के साथ घर से मानुषमुड़िया किसी काम से आ रही थी उसी समय अचानक दो जंगली हाथियों के सामने आ जाने से हाथी द्वारा पीछे धक्का देने पर सड़क पर गिर गए. उसी दौरान उनकी पैर टूट गई. बताया कि सामने कुछ और लोग जा रहे थे उन्होंने दो हाथियों को खदेड़ा नहीं तो मेरी जान भी जा सकती थी. इस बारे में उन्होंने जिला परिषद सदस्य फुलमनी मुर्मु को सूचित किया. जिला परिषद श्रीमती मुर्मू ने प्रभात खबर को बताया कि मानुषमुड़िया के सीमावर्ती जंगल में लगभग दो महीने से जमें हाथी इन दिनों लगातार आबादी क्षेत्रों की ओर प्रवेश कर घरों को निशाना बना रहे हैं. हाथी के हमले से बाल-बाल बचे महिला की पैर टूट गई थी. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस घटना से प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण भयभीत है.
वन विभाग मौन:-
जिला परिषद सदस्य फुल मुनि मुर्मू ने यह भी बताया कि मानुषमुड़िया क्षेत्र में बन विभाग का कोई आता पता नहीं है. हाथी के उत्पात से जूझ रहे बरसोल में पीड़ितों के जख्मों पर मुआवजा राशि का मरहम लगाने में भी वन विभाग द्वारा लापरवाही बरती जा रही है. उक्त मामले में 2 दिन पहले ही वन विभाग को खबर कर दीया गया था लेकिन रविवार तक घायल महिला को वन विभाग द्वारा कुछ भी सहायता नहीं की गई. हमले में घायल और खेत व मकान गंवानें वाले पीड़ित मुआवजा राशि पाने के लिए महिनों विभाग के दफ्तर का चक्कर काटने के लिए विवश हैं. सबसे मुश्किल घायलों को इलाज कराने में हो रही है.