क्यों जरूरी है रिश्ते में पार्टनर को गले लगाना या हाथ पकड़ना? जानिए क्या कहता है मनोविज्ञान



लाइफ स्टाइल :- रिश्तों में प्यार जताना सिर्फ शब्दों से ही नहीं, बल्कि स्पर्श से भी होता है। एक हल्का सा गले लगाना या हाथ थाम लेना पार्टनर के साथ भावनात्मक जुड़ाव को गहरा करने का काम करता है। मनोविज्ञान की दृष्टि से देखें तो यह छोटे-छोटे शारीरिक इशारे रिश्ते में विश्वास, सुरक्षा और स्नेह को बढ़ाते हैं।


शारीरिक स्पर्श और भावनात्मक जुड़ाव
मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, जब कोई व्यक्ति अपने जीवनसाथी को गले लगाता है या उसका हाथ पकड़ता है, तो शरीर में ऑक्सीटोसिन नामक हार्मोन का स्राव होता है। इसे “लव हार्मोन” भी कहा जाता है। यह हार्मोन तनाव को कम करता है और मानसिक सुकून देता है। यही कारण है कि किसी के स्पर्श से हम अधिक सुरक्षित और शांत महसूस करते हैं।
विश्वास और आत्मीयता का संकेत
हाथ पकड़ना या गले लगाना यह दर्शाता है कि आप अपने पार्टनर के साथ पूरी तरह सहज हैं। यह एक गैर-मौखिक तरीका है यह जताने का कि “मैं तुम्हारे साथ हूं।” जब आप सार्वजनिक जगहों पर भी पार्टनर का हाथ थामते हैं, तो यह उसके लिए गर्व और अपनापन महसूस कराता है। यह संकेत देता है कि आप उसे समाज के सामने स्वीकार करते हैं।
तनाव को करता है कम
आधुनिक जीवन की व्यस्तता और मानसिक दबाव के बीच एक सरल सा गले लगाना या हाथ थामना भी राहत देने का काम करता है। अध्ययनों में यह पाया गया है कि स्पर्श से न केवल भावनात्मक जुड़ाव बढ़ता है, बल्कि यह तनाव हार्मोन कॉर्टिसोल के स्तर को भी कम करता है।
रिश्ते में नयापन बनाए रखने में मददगार
शादी या लंबे रिश्तों में अक्सर समय के साथ भावनात्मक जुड़ाव कमजोर पड़ने लगता है। ऐसे में एक छोटा सा स्पर्श, जैसे दिन की शुरुआत में गले लगाना या सोने से पहले हाथ थामना, रिश्ते में गर्माहट बनाए रखता है। यह याद दिलाता है कि प्यार अब भी वहीं है।
मनोविज्ञान का निष्कर्ष
मनोविज्ञान कहता है कि इंसान सामाजिक प्राणी है, और स्पर्श उसकी मूलभूत ज़रूरतों में से एक है। रिश्तों में यह ज़रूरत और भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि यह भावनात्मक सुरक्षा और आत्मीयता की नींव बनाता है।
प्यार जताने से बढ़ता है प्यार
रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए बड़े शब्दों या महंगे तोहफों की ज़रूरत नहीं होती। कभी-कभी एक सादा सा हाथ थाम लेना या बिना कहे गले लगा लेना, रिश्ते को वो मजबूती दे सकता है जो केवल बातें नहीं दे पातीं। तो अगली बार जब आपका पार्टनर आपके पास हो, तो झिझकें नहीं — उसे हल्के से गले लगाएं या हाथ पकड़ लें, क्योंकि यह सिर्फ एक इशारा नहीं, एक गहरा एहसास है।
