करणी सेनाध्यक्ष विनय सिंह की हत्या के पहले कौन कर रहा था पीछा, टोह ले रही है पुलिस, पहले भी पुलिस से की गई थी शिकायत



जमशेदपुर । झारखंड करनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष सह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सिंह की हत्या के पहले आखिर उनका पीछा कौन कर रहा था. इसकी जानकारी वे परिवार के लोगों और पुलिस को भी पहले दे चुके थे. बावजूद पुलिस मामले को लेकर गंभीर नहीं हुई और अंततः विनय सिंह की हत्या हो गई. हत्या के बाद से लेकर अबतक पुलिस की ओर से किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस मामले में बरामद मोबाइल के माध्यम से घटना की टोह लेने में जुटी हुई है. हो सकता है पुलिस इसी कड़ी में कुछ हाथ लग जाए.


विनय सिंह की हत्या के बाद जमशेदपुर की राजनीति गरम गई है. घटना के बाद लोग अबतक शहर में सिर्फ विनय सिंह हत्याकांड की बात कर रहे हैं. आखिर हत्या का आरोपी कौन है? उन्होंने किसके बारे में शिकायत की थी कि उन्हें धमकी मिल रही है? परिवार के लोगों को बताया था कि उनका पीछा कोई कर रहा है? आखिर उनका पीछा कौन कर रहा था. यह राज पुलिस ही जांच के बाद खोल सकती है.
घटना के बाद पुलिस ने शहर के सभी मुखबिरों को लगा दिया है. घटना के बाद से ही पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी करनी शुरू कर दी है. घटना के पहले जब मामला वरीय पुलिस अधिकारियों तक पहुंचा था तब उनका लोकेशन मोबाइल के माध्यम से ही निकाला गया था. उनका मोबाइल लोकेशन बालीगुमा में बता रहा था. इसके बाद ही पुलिस शव तक पहुंची थी. घटनास्थल पर जब पुलिस टीम पहुंच चुकी थी तब भी विनय सिंह की मोबाइल की घंटी बज रही थी. दोपहर के 12 बजे के बाद से परिवार के लोग भी बार-बार फोन कर रहे थे.
विनय सिंह के बारे में परिवार के लोगों ने बताया कि रविवार की सुबह 10 बजे वे घर से निकले हुए थे. इस बीच कहा था कि वे एक दोस्त के साथ जमीन देखने के लिए जा रहे हैं. उसके बाद से वे घर नहीं लौटे थे. दोपहर के बाद 12 बजे से ही परिवार के लोग उन्हें फोन कर रहे थे, लेकिन फोन रिसिव नहीं हो रहा था. इससे परिवार के लोग परेशान हो गए थे और घटना की जानकारी पुलिस को भी दी थी. शव का पता चलने पर घटनास्थल पर पहुंची थी. उनके हाथ से एक पिस्टल भी बरामद किया गया था. उनके सिर पर गोली मारी गई थी. घटना के बाद पुलिस का कहना है कि अभी मामले की जांच चल रही है. जांच के बाद ही कुछ बताया जा सकता है. समाचार लिखे जाने तक परिवार के लोगों ने लिखित शिकायत नहीं थी.
