“द सिटी ऑफ जॉय” कोलकाता की स्थापना आखिर कब हुई थी, जानें कुछ अंजाने तथ्य कोलकाता के बारे में जो आपको चौका देंगे…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:कोलकाता का समृद्ध इतिहास, संस्कृति, और विविधता इसे भारत का एक अनूठा शहर बनाते हैं। City of Joy” भी कहा जाता है, की स्थापना 24 अगस्त 1690 में जॉब चार्नॉक द्वारा की गई मानी जाती है। हालांकि, इस पर विवाद भी है और कुछ इतिहासकार मानते हैं कि कोलकाता का अस्तित्व चार्नॉक के आने से पहले भी था। कोलकाता पश्चिम बंगाल की राजधानी है और एक प्रमुख सांस्कृतिक, वाणिज्यिक और शैक्षिक केंद्र है
कोलकाता की कहानी–
सुतानटी, गोबिंदपुर, और कोलकाता – के विलय से बना। यह ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रमुख केंद्र बन गया था और ब्रिटिश राज के दौरान भारत की राजधानी भी रहा।कोलकाता भारतीय पुनर्जागरण का केंद्र माना जाता है। यह शहर रवीन्द्रनाथ टैगोर, सत्यजीत रे, और स्वामी विवेकानंद जैसे महान व्यक्तित्वों का घर है। कोलकाता में भारत का सबसे पुराना विश्वविद्यालय, कलकत्ता विश्वविद्यालय, स्थित है। यह शहर आईआईटी, आईआईएम, और अन्य प्रमुख शैक्षिक संस्थानों का घर है।
कोलकाता के बारे में कुछ अनजाने तथ्य–
•एशिया की पहली मेट्रो:कोलकाता मेट्रो एशिया का सबसे पुराना भूमिगत रेल नेटवर्क है, जिसकी शुरुआत 1984 में हुई थी।
•हावड़ा ब्रिज:हावड़ा ब्रिज, जिसे रबीन्द्र सेतु भी कहा जाता है, दुनिया का छठा सबसे लंबा कैंटिलीवर ब्रिज है।
•पहली पुस्तकालय: नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ इंडिया, जो कोलकाता में स्थित है, देश की सबसे बड़ी और पुरानी सार्वजनिक लाइब्रेरी है।
•दुर्गा पूजा:कोलकाता का दुर्गा पूजा उत्सव विश्व प्रसिद्ध है और इसे UNESCO द्वारा मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता प्राप्त है।
•मदर टेरेसा:मदर टेरेसा ने कोलकाता में मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना की थी और यहां उन्होंने अपना अधिकांश जीवन सेवा में बिताया।
नोट:कोलकाता का समृद्ध इतिहास, संस्कृति, और विविधता इसे भारत का एक अनूठा शहर बनाते हैं।