वक्फ बोर्ड बिल क्या है? विस्तार से समझिए वह बिल जिस पर मचा है बड़ा सियासी विवाद…



लोक आलोक सेंट्रल डेस्क:- वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 हाल ही में संसद के दोनों सदनों से पारित होकर राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद कानून बन चुका है। यह विधेयक वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन करता है, जिसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को पारदर्शी और उत्तरदायी बनाना है।


क्या होता है वक्फ?
वक्फ एक इस्लामिक परंपरा है, जिसके तहत कोई व्यक्ति अपनी संपत्ति धार्मिक, चैरिटेबल या सामाजिक उद्देश्यों के लिए अल्लाह के नाम पर स्थायी रूप से दान करता है। इन संपत्तियों की देखरेख और प्रबंधन के लिए हर राज्य में वक्फ बोर्ड होता है, जिसे एक स्वतंत्र संस्था के रूप में देखा जाता है।
नए वक्फ संशोधन बिल में क्या बदलाव किए गए हैं?
1. संपत्तियों का डिजिटलीकरण: अब सभी वक्फ संपत्तियों का रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जाएगा और उनके नक्शे/दस्तावेज डिजिटल रूप में सहेजे जाएंगे, जिससे पारदर्शिता बनी रहे और अवैध कब्जों को रोका जा सके।
2. रजिस्ट्रेशन में सख्ती: वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण के नियमों को और सख्त किया गया है। बोर्ड बिना पर्याप्त दस्तावेजों के संपत्ति को वक्फ घोषित नहीं कर सकेगा।
3. सरकारी हस्तक्षेप पर नियंत्रण: पहले आरोप लगता था कि वक्फ बोर्ड राजनीतिक और धार्मिक दबाव में काम करता है। अब नए नियमों के तहत केंद्र सरकार को कुछ विशेष पर्यवेक्षण शक्तियां दी गई हैं जिससे भ्रष्टाचार और पक्षपात को कम किया जा सके।
4. कानूनी प्रक्रियाएं तेज होंगी: संपत्ति से संबंधित विवादों में न्यायिक प्रक्रिया को त्वरित बनाने की व्यवस्था की गई है।
विवाद क्यों है?
1. धार्मिक स्वायत्तता में हस्तक्षेप: मुस्लिम संगठनों का आरोप है कि यह बिल वक्फ बोर्डों की स्वतंत्रता में कटौती करता है और धार्मिक मामलों में सरकारी हस्तक्षेप बढ़ाता है।
2. राजनीतिक उद्देश्य: विपक्ष का दावा है कि सरकार इस कानून के ज़रिए वक्फ संपत्तियों पर नियंत्रण चाहती है और इसका इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए किया जा सकता है।
3. सुप्रीम कोर्ट में चुनौती: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड समेत कई संगठनों ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है और इसे संविधान के अनुच्छेद 26 (धार्मिक स्वतंत्रता) का उल्लंघन बताया है।
सरकार का पक्ष क्या है?
सरकार का कहना है कि यह कानून किसी धर्म के खिलाफ नहीं है बल्कि वक्फ संपत्तियों में व्याप्त भ्रष्टाचार, अवैध कब्जों और अव्यवस्था को खत्म करने के लिए लाया गया है। यह न सिर्फ पारदर्शिता लाएगा, बल्कि इससे सही उपयोग और देखरेख भी सुनिश्चित होगी।
वक्फ संशोधन बिल एक ऐसा कानून है जो धार्मिक-सामाजिक संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन का दावा करता है, लेकिन इसकी व्याख्या और प्रभाव को लेकर देश में गहरी राजनीतिक और धार्मिक बहस छिड़ी हुई है।
