हम अक्सर यह सुनते हैं कि सुबह में पढ़ी गई पढ़ाई ज्यादा लाभदायक होती है लेकिन क्या ये सच है ?? आखिर क्या है इसके पीछे का कारण…
![](https://i0.wp.com/lokalok.in/wp-content/uploads/2024/06/IMG-20240628-WA0019.jpg?fit=640%2C360&ssl=1)
![](https://i0.wp.com/lokalok.in/wp-content/uploads/2024/04/srinath-ad-2-scaled.jpg?fit=2560%2C2560&ssl=1)
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:हम हमेशा अपने बुजुर्गों से यह सुनते आ रहे हैं कि सुबह को उठकर पढ़ी गई पढ़ाई ज्यादा याद रहती है और उसे हम भूलते नहीं है इसीलिए हमारे माता-पिता अक्सर हमें परीक्षा के समय सुबह उठकर पढ़ने को ही कहते हैं तो हम आज आपको बताएंगे आखिर क्या है इसके पीछे का करण।
![](https://i0.wp.com/lokalok.in/wp-content/uploads/2024/05/nsu-adv.jpg?fit=962%2C1600&ssl=1)
![](https://i0.wp.com/lokalok.in/wp-content/uploads/2024/04/gsn-2024.jpeg?fit=577%2C899&ssl=1)
यह कहने में सत्यापन छिपा हो सकता है, क्योंकि विभिन्न अध्ययनों ने दिखाया है कि सुबह के समय पढ़ी गई पढ़ाई का स्मरण पर प्रभाव पड़ सकता है। इसके पीछे कुछ कारण हो सकते हैं:
1. मानसिक ताजगीः सुबह के समय शांतिपूर्ण माहौल में मानसिक ताजगी होती है, जिससे ध्यान केंद्रित करना और याद करना आसान होता है।
2. अल्फा वेव गतिविधिः सुबह के समय अल्फा वेव्स (जो शांति और सकारात्मकता के अवस्थान में होते हैं) अधिक होते हैं, जो याददाश्त को सुधार सकते हैं।
3. नींद के प्रभावः सुबह के समय नींद के परिणामस्वरूप दिमाग की शक्ति और सक्रियता अधिक होती है, जिससे याद करने में मदद मिलती है।
4. माहौल का प्रभावः सुबह के समय का माहौल सकारात्मक और शांत होता है, जिससे याददाश्त को प्रभावित करने में मदद मिल सकती है।
इसके अलावा, यह भी माना जाता है कि सुबह के समय दिमाग की क्षमता और विचारशीलता बढ़ती है, जो शिक्षा को समझने और याद करने में सहायक हो सकता है। इसलिए, सुबह के समय अध्ययन करने से याददाश्त में सुधार हो सकता है, जो लोगों के अनुभवों का एक समान्य कारण हो सकता है।
![](https://i0.wp.com/lokalok.in/wp-content/uploads/2024/04/Lok-Aalok-ID-scaled.jpg?resize=100%2C100&ssl=1)