यात्रियों की सुविधा में होगी बढ़ोतरी, रांची और बरकाकाना स्टेशन पीपीपी मोड पर होगी विकसित।
रांची:-रांची भारत सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के 400 रेलवे स्टेशनोंं को मॉनेटाइजेशन की बात कही है। इसमें झारखंड के दो स्टेशनों को चिह्नित किया गया है।जिनमें रांची रेलवे स्टेशन और बरकाकाना स्टेशन भी शामिल हैं। जिन्हें पीपीपी मोड पर विकसित किया जाएगा और विश्वस्तरीय स्टेशन का स्वरूप दिया जाएगा। इसके पहले भोपाल का हबीबगंज रेलवे स्टेशन को इसी स्वरूप में तब्दील किया गया था। इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा स्टेशनों को विकसित करना है।
रांची के स्टेशन पर वर्तमान में करीब 30 हजार लोग रोजाना सफर करते हैं। भविष्य में एक लाख यात्रियों को ध्यान में रख कर स्टेशन को विकसित किया जाएगा। स्टेशन पर करीब 150 से 200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा। विश्वस्तरीय स्टेशन में रेलवे लाइन के ऊपर कॉन्कोर्स का निर्माण होगा। इसके अलावा यहां यात्रियों के बैठने के लिए अलग से इंतजाम किया जाएगा। सर्कुलेटिग एरिया का भी विस्तार किया जाएगा।
पिक एंड ड्राप एरिया भी होगा बड़ा : पिक एंड ड्रॉप के क्षेत्र के दायरे को बड़ा किया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा वाहन प्रवेश कर सके। रांची रेलवे स्टेशन के नए भवन में कई कार्यालयों को शिफ्ट किया जाएगा। इससे रेलवे कीसंपत्तियों का संरक्षण और सुरक्षा का बेहतर समन्वय हो सके। भविष्य में बरकाकाना स्टेशन पर भी ट्रेनों का परिचालन और बढ़ेगा। रांची-बीआइटी मेसरा से जब सीधे बरकाकाना लाइन को जोड़ दिया जाएगा। रेलवे स्टेशन के को विश्वस्तरीय स्वरूप देने के लिए रेलवे के बड़े भूखंड पर इसका निर्माण किया जाएगा। जहां, वीवीआइपी वेटिंग, ठहरने के लिए डोरमेट्री, होटल और स्टॉल की व्यवस्था की जाएगी। स्टेशन का भवन चार से पांच मंजिला होगा, जिसमें हर मंजिल में यात्रियों के लिए सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। रेलवे स्टेशन के विकास का पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। लोगों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने को प्राथमिकता में रखा गया है।