कुतुब मीनार से भी ऊंची “सुपरटेक ट्विन टावर”, को आज जोरदार धमाके के साथ पलक झपकते ही जमींदोज कर दिया गया.

Advertisements

Noida (एजेंशी) : दोपहर में ठीक 2:30 मिनट पर विस्फोट के कर गिराया गया “सुपरटेक ट्विन टावर”, सालों चली कानूनी कार्रवाई के बाद अखिराकार आज नोएडा स्थिति सुपरटेक ट्विन टावर”, को जोरदार धमाके के साथ पलक झपकते ही जमींदोज कर दिया गया. देश के सबसे बड़े भष्टाचार की ज़मीं पर खड़े सुपरटेक ट्विन टावर को ध्वस्त कर दिया गया. जिसके बाद नौ सेंकेंड के भीतर ही 40 मंजिला इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं.
दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंची 100 मीटर की इन इमारतों को गिराने के लिए 37,00 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया. उच्चतम न्यायालय ने एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी परिसर के बीच इस निर्माण को नियमों का उल्लंघन बताया था, जिसके बाद इन्हें ढहाने का काम किया गया.
ट्विन टावर की दो सबसे नजदीकी सोसायटी-एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के 5,000 से अधिक निवासियों और उनके 150 से 200 पालतू जानवरों को रविवार सुबह सात बजे तक वहां से निकाल दिया गया था. दोनों परिसरों से लगभग तीन हजार वाहन भी हटा दिए गए थे.
#WATCH उत्तर प्रदेश: नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावरों को गिराया गया। pic.twitter.com/c5895lgn2Q
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 28, 2022
एडफिस इंजीनियरिंग को लगभग 100 मीटर ऊंचे ट्विन टावर को सुरक्षित रूप से ढहाने का जिम्मा सौंपा गया था. कंपनी ने इस जोखिम भरे काम के लिए दक्षिण अफ्रीका की जेट डिमॉलिशन्स से हाथ मिलाया था. उसे दोनों टावर को कुछ इस तरह से गिराना था कि महज नौ मीटर की दूरी पर स्थित आवासीय इमारतों को कोई नुकसान न पहुंचे.