वर्दी वाले साहब मौत के साये में बैठकर लोगों की शिकायत लिख रहे।
रांची:-रांची जिले के तुपुदाना ओपी का भवन जर्जर अवस्था में है। यहां कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। ओपी के भवन की छत कभी भी गिर सकती है। छत से कई जगहों पर सरिया बाहर निकला है।जगह-जगह पर प्लास्टर उखड़ गए हैं। ऐसे भवन में ही पुलिसकर्मी रहने को मजबूर हैं। ओपी प्रभारी कन्हैया सिंह का कहना है कि ओपी भवन रहने लायक नहीं है। यहां रह रहे पुलिसकर्मियों को भय सताता है कि कभी भी उनके ऊपर छत गिर न जाए। कन्हैया सिंह का कहना है कि डीजीपी ने तुपुदाना ओपी को अपग्रेड कर थाना बनाने का आदेश दिया है। नया भवन भी बनकर तैयार है। लेकिन उद्घाटन के इंतजार में शिफ्ट नहीं हो पा रहा।
बैरक में गिरता है पानी : तुपुदाना ओपी में पदस्थापित पदाधिकारी एवं दर्जनों पुलिसकर्मी उसी जर्जर भवन के बैरक में रहते हैं। बरसात के दिन में छत से पानी गिरता है। स्थिति ऐसी है कि पुलिसकर्मी अपने-अपने बेड के ऊपर प्लास्टिक लगाकर किसी तरह रात गुजारते हैं। पूरे ओपी भवन की बिल्डिंग की प्लास्टर टूट कर निकल गई है। तुपुदाना ओपी में पदस्थापित कुछ पुलिसकर्मियों का कहना है कि उन्हें कई बार नए भवन में ही शरण लेना पड़ता है।
बंदी पड़ी फैक्ट्री में खुली थी पुलिस चौकी : पिछले 20 वर्षों से तुपुदाना में बंद पड़ी फैक्ट्री में पहले पुलिस चौकी खोला गया था। बाद में टीओपी के रूप में परिवर्तित किया गया। हालांकि इन वर्षों में कभी कोई मेंटेनेंस का काम नहीं हुआ। इसलिए टीओपी भवन जर्जर होता गया।
बीआइटी मेसरा टीओपी की भी है खराब हालत : बीआइटी मेसरा टीओपी की हालत भी ठीक नहीं है। भवन की बिल्डिंग कमजोर हो चुकी है। पुलिसकर्मियों का कहना है कि जगह-जगह से छत से पानी चूता है। कई जगहों से प्लास्टर उखड़ गया है। ऐसे में यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।