जनजातीय नायकों के त्याग एवं बलिदान को राष्ट्रीय पटल पर सोर्यमय सम्मान मिला -काले , बिरसा मुंडा के जयंती को जनजातीय गौरव दिवस मनाने के केन्द्र सरकार के फैसले पर काले ने जताया आभार

Advertisements

जमशेदपुर :- झारखंड की धरती के महान नायक धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के तौर पर मनाने के केन्द्र सरकार के फैसले पर झारखंड भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले ने प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय मंत्री आदरणीय अर्जुन मुंडा के प्रति आभार जताया

Advertisements

मौके पर अमरप्रीत सिंह काले ने कहा कि इस अति सराहनीय फैसले से भगवान बिरसा मुंडा सहित देश के तमाम जनजातीय नायकों को और उनके योगदान को जिन्होंने देश के लिये बलिदान दीये है को याद करने का बेहद ही सराहनीय पहल है। श्री काले ने साथ ही कहा की ऐसे निर्णय से समस्त जनजातीय नायकों के त्याग एवं तपस्या को राष्ट्रीय पटल पर सौर्यमय सम्मान देने से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का जनजाति आंदोलनकारियों के प्रति अत्यंत संवेदनशीलता और इस समुदाय के प्रति उनके विशेष लगाव को दर्शाता है जो यह बताने में स्वयं सक्षम है की उन्हें सभी के प्रति कितना सम्मान है।

आज जनजातीय मंत्रालय से प्राप्त प्रस्ताव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई कैबिनेट से पारित कर दिया गया।उन्होंने बताया कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय समुदाय का उल्लेखनीय योगदान रहा है। आगामी 15 से 22 नवंबर तक “आजादी के अमृत महोत्सव” के तहत पूरे देश में जनजातीय महोत्सव मनाया जाएगा।जिसके तहत जनजातीय समुदाय के स्वतंत्रता सेनानियों के कृतित्व, उनकी कला और संस्कृति पर कार्यक्रम आयोजित होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को भोपाल में “जनजातीय गौरव दिवस”पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे।देश इस समय आजादी के 75 साल का महोत्सव मना रहा है और इस अवसर पर यह निर्णय जनजातीय समुदाय के लिए भी गौरव की बात है।15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने के निर्णय के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हैं।

You may have missed