आदिवासी उरांव समाज संघ की बैठक संपन्न, समाज की स्थापना दिवस को लेकर लिए गए के महत्वपूर्ण निर्णय…
चाईबासा: आज कुडुख सामुदायिक भवन पुलहातु में आदिवासी उरांव समाज संघ की एक बैठक श्री संचू तिर्की की अध्यक्षता में हुई l प्रत्येक वर्ष 30 जून को होने वाली समाज की स्थापना दिवस के आयोजन पर विस्तृत चर्चा की गई l ज्ञाताव्य है कि इस स्थापना दिवस में समाज के पूर्वज संस्थापक मण्डली के परिजनों को सम्मानित कर उन संस्थापककार्ताओ के किए गए कार्यों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया जाता है l प्रत्येक वर्ष के मैट्रिक एवं इंटर में उत्तीर्ण छात्राओं को भी पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जाता है l इस वर्ष से समाज की ओर से समाज के छात्र-छात्राओं का एक टैलेंट हंट परीक्षा का आयोजन कराया जा रहा है, जो स्थानीय पुलहातु मध्य विधालय चाईबासा में दिनांक -23.06.2024 (समय 10:00 बजे) को कराया जायेगा l इस प्रतियोगिता परीक्षा में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण प्रतिभागियों को 30 जून 2024 को पिल्लई हॉल चाईबासा में आयोजित स्थापना दिवस समारोह में उन्हें पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जायेगा l इस समारोह में समाज के प्रति उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभूतियों को भी आमंत्रित कर सम्मानित किया जाता है l सरकारी नौकरी में नवनियुक्त युवक-युक्तियां को भी सम्मानित किया जाता है l ये सारे पुरस्कृत एवं सम्मानित करने का एक यही उद्देश्य होता है कि छात्र-छात्रों का शिक्षा के प्रति उनका अधिकाधिक रूझान हो, उनका मनोबल बढ़े और एक अच्छा भविष्य बनाने की दिशा में उनका मानसिक विकास हो l साथ ही साथ समाज के अगुवा स्थापनाकर्ताओं के किए गए कार्यों के बारे में जानकर उनमे भी सामाजिक कार्य एवं दायित्व का बोध हो l बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक नृत्य-संगीत का भी समावेश होगा, जिसके लिए समाज के महिला सदस्यगण काफी उत्साहित है l अंत में उपसचिव लालू कुजूर के धन्यवाद ज्ञापन के पश्चात् बैठक का समापन किया गया l बैठक को सफल बनाने में श्री सहदेव किस्पोट्टा, बाबूलाल बरहा, अनिल लकड़ा,लक्ष्मण बरहा, दुर्गा खलखो, सुमित बरहा, किशन बरहा,विजयलक्ष्मी लकड़ा, लक्ष्मी बरहा, लक्ष्मी कच्छप, निर्मला लकड़ा, सावित्री कच्छप, लक्ष्मी खलखो, शिल्पा तिग्गा,तीजो तिर्की, चमरू लकड़ा, शम्भू टोप्पो,राजु तिग्गा, सीताराम मुण्डा, खुदिया कुजूर, बबलू खलखो, शम्भू कच्छप, भीम बरहा, नरेश कुजूर, विक्रम खलखो भरत कुजूर सुखराम तिर्की आदि उपस्थित थे l