टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क ने मनाया अर्थ डे 2025


जमशेदपुर: टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क ने अर्थ डे 2025 के अवसर पर पटमदा प्रखंड के ग्रामीण युवाओं के लिए “घर पर जैव-कीटनाशक बनाना” विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया।


यह कार्यशाला “बिदु चंदन ट्रस्ट फॉर ट्राइबल सेल्फ-एम्पावरमेंट” से जुड़े पलाशबनी गांव (जो लौहनगरी की सीमा पर राष्ट्रीय राजमार्ग 33 के किनारे स्थित है) के उत्साही प्रतिभागियों के लिए आयोजित की गई। इस वर्ष पृथ्वी दिवस की थीम थी – ” आवर पावर, हमारा प्लैनेट”।
मिट्टी की उर्वरता और उसकी जैव विविधता को बनाए रखना मानव जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। यदि मिट्टी स्वस्थ नहीं होगी तो ना ही हमारे लिए जरूरी पौधे पनप पाएंगे और ना ही पशु-पक्षियों का जीवन सुरक्षित रहेगा। दुर्भाग्यवश, असंतुलित कृषि पद्धतियों के कारण उपजाऊ मिट्टी तेजी से नष्ट हो रही है। ऐसे में आज के युवाओं को पर्यावरण और जैव विविधता के संरक्षण की जिम्मेदारी समझनी होगी, ताकि भविष्य की पीढ़ियों के लिए यह संसाधन सुरक्षित रह सकें।
टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क लगातार ऐसे प्रयास करता है जिससे समाज में पृथ्वी और उसके जीवन के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके। पृथ्वी दिवस 2025 के अवसर पर आयोजित यह कार्यशाला, वन्यजीव और प्रकृति संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए उद्यान द्वारा चलाए जा रहे शैक्षणिक कार्यक्रमों का हिस्सा है।
इस अवसर पर जैविक और पर्यावरण अनुकूल कीटनाशक बनाने की कार्यशाला का संचालन डॉ. सीमा रानी (जीवविज्ञानी एवं शिक्षा अधिकारी, टाटा ज़ू) ने किया। उन्होंने किचन गार्डन या घर के पिछवाड़े में उपलब्ध सामान्य सामग्रियों से जैव-कीटनाशक बनाने की सरल प्रक्रिया को व्यावहारिक रूप से प्रदर्शित किया।
