सरला बिरला विश्वविद्यालय में नवाचार और उद्यमिता पर पांच दिवसीय एफडीपी का सफल समापन, विशेषज्ञों ने दी बहुमूल्य मार्गदर्शन…



लोक आलोक डेस्क/रांची – सरला बिरला विश्वविद्यालय में शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल और एआईसीटीई के सहयोग से आयोजित पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) का सफल समापन हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों और शोधकर्ताओं को नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में नवीन दृष्टिकोण और व्यावहारिक ज्ञान से परिचित कराना था।

कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण विषयों पर व्याख्यान दिए। एसबीयू के ईसीई विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनोज पांडे ने “स्टार्टअप्स के लिए बौद्धिक संपदा” पर प्रस्तुति दी, जबकि आईएसएम रांची के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. सुशील कुमार ने “उद्यमिता शिक्षकों के लिए इंट्राप्रेन्योरियल माइंडसेट” पर चर्चा की।
समापन दिवस पर प्रो. संदीप कुमार ने स्वागत भाषण दिया, और विशिष्ट अतिथि डॉ. अमरेश कुमार (एनआईटी जमशेदपुर) ने “नवाचार और इनक्यूबेशन नीति में टीबीआई केंद्र की भूमिका” विषय पर विचार रखे। वहीं, सीसीएल रांची के वित्त विभागाध्यक्ष श्री संजय सिंह ने “निवेशकों को पिच करने और सही टीम बनाने” पर सत्र लिया।
कार्यक्रम के अंत में सहायक प्राध्यापक डॉ. गगनदीप चड्ढा ने पूरे सत्र का सार प्रस्तुत किया, और प्रतिभागियों ने इसे ज्ञानवर्धक बताया। समापन सत्र में एसबीयू के महानिदेशक प्रो. गोपाल पाठक, कुलपति प्रो. सी. जगनाथन और कुलसचिव प्रो. एस.बी. दंडिन ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ. कुणाल सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया, जबकि विवि के प्रतिकुलाधिपति श्री बिजय कुमार दलान और राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा ने आयोजन की सराहना की।
