राजनगर : राजनगर प्रखंड स्थित गांडे डूंगरी गांव के संत थॉमस उच्च विद्यालय का रजत जयंती समारोह मनाया गया. इस विद्यालय की स्थापना 1997 में की गई थी. इस विद्यालय के खुलने से पहले गांडे डूंगरी और आस-पास के गांवों में शिक्षा की भरी कमी थी. पूरा ग्रामीण क्षेत्र संसाधनों के अभाव में जी रहा था. शिक्षा के अभाव में युवाओ को रोजगार मिलने में बहुत मुश्किल होती थी.
ग्रामीणों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए और उनकी दयनीय परिस्थितियों को देख कर स्वर्गीय कन्द्रा हेम्ब्रम, दुखु हेम्ब्रम, छोटो हेम्ब्रम एवं दसमत सोरेन ने अपने गांव में भी येसु समाज के तत्कालीन फादर जोसफ से मदद मांगी. सन 1996 में जमशेदपुर येसु समाज के द्वारा फादर एलेक्स को गांडे डूंगरी में शिक्षा की शुरुआत के लिए नियुक्त किया गया था. फादर एलेक्स ग्यानाप्रगासन “उस समय में गांववालों ने स्वयं आगे आकर सामुहिक श्रमदान के माध्यम से विद्यालय प्रागंण का निर्माण किया. वही प्रधानाध्यापक फादर पोलीडोर कुजूर ने कहा के की अभी वर्तमान में 500 से अधिक विद्यार्थी तथा 25 शिक्षको के सहयोग से विद्यालय में शिक्षा प्राप्त कर रहे है. उनके बच्चों का रिजल्ट बहुत अच्छा है तथा उनके माता-पिता भी उनकी पढाई से काफी संतुष्ट है.’ आज संत थॉमस उच्च विद्यालया के विद्यार्थी देश के के कई जरुरी पदों में काम कर रहे है.
रजत जयंती समारोह के अवसर पर विद्यालय के संस्थापक सदस्यों, शिक्षकों, छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया तथा कई सारे सांकृतिक कार्यक्रम भी विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किये गए. कार्यक्रम में विद्यालय के भूतपूर्व विद्यार्थी, शिक्षक एवं समिति के सदस्य भी सम्मलित हुए और उन्होंने विद्यालय सम्बंधित अपने पूर्व अनुभवों को साझा किया.