गहने बेचकर घर पहुंचा और कर दी ट्युशन टीचर की हत्या , बिष्टुपुर होटल रामादा के पास से बंद हो गया मोबाइल, दीपक के साले के बयान पर दर्ज होगा मुकदमा , जानिए पूरी खबर …
जमशेदपुर : जमशेदपुर के कदमा थाना क्षेत्र तिस्ता रोड के क्वार्टर नंबर 97, 99 में टाटा स्टील के फायर फाइटर द्वारा पत्नी, दो बच्ची और ट्युशन टीचर की हत्या करने के बाद अपने दोस्त पर जानलेवा करने के मामले में मंगलवार को कोल्हान डीआईजी राजीव रंजन सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और जांच की. इस दौरान रांची से आयी फोरेंसिक लैब की टीम ने भी गहन जांच की. उन्होंने बताया कि पुलिस कई मामलों में जांच कर रही है. वहीं ट्युशन टीचर का शव अर्धनग्न शव मिलने से यह भी संभावना जताई जा रही है कि उसने उसके साथ दुष्कर्म किया है. हालांकि, पुलिस पोस्टमार्टम होने के बाद रिपोर्ट का इंतजार करेगी कि अगर दुष्कर्म की घटना हुई है तो उसने हत्या करने के बाद दुष्कर्म किया है या हत्या करने के पहले. वैसे पुलिस ने शव को जो बरामद किया है, उसके तहत ट्युशन टीचर का पैंट और पैंटी खोला गया था, जो दोनों एक साथ जबरन खोला गया था, यह साबित होता दिख रहा है. यह तय माना जा रहा है कि उसके साथ लड़के ने गलत जरूर किया है. फिलहाल पुलिस दीपक की तलाश में प्रयासरत है. उसके पकड़ाने पर ही मामले का खुलासा हो पाएगा. मृतका वीणा के भाई आनंद के बयान पर पुलिस ने मामला दर्ज कराया गया है. रविवार देर रात ही पत्नी और बच्चों की हत्या करने के बाद वह रात भर शव के साथ ही सोया रहा. सुबह उसने नहाया और फिर पूजा पाठ कर अपने ससुराल पहुंचा. दीपक के साले बिनोद ने बताया कि जब दीपक उनके घर आया तो ऐसा लग ही नहीं रहा था कि उसने हत्या कर दी है. वह नहा धोकर सिर में टीका लगाकर आया था. जब उन्होंने अपने बहन के बारे में पूछा तो दीपक ने बताया कि वह बच्चों के साथ रांची गई है. वहां से गहने लेने के बाद वह सीधे कदमा बाजार स्थित आरके ज्वेलर्स गया, जहां उसने गहनों को 4.50 लाख में बेचा. तीन लाख रुपये नकद लेने के बाद बाकी के 1.50 लाख रुपये भाई के एकाउंट में ट्रांस्फर करने की बात कहकर वह वहां से निकल गया. जब शाम को वे लोग दीपक के घर पहुंचे तो पाया कि बहन की हत्या कर दी गई है. उन्होंने बताया कि दीपक काफी गुस्सैल किस्म का था. उसे गुस्सा काफी जल्दी आता था. शादी के बाद कुछ दिनों में ही उसके बहन को प्रताड़ित किया जाने लगा था. उसके ससुर ने बहन को कुएं में धक्का दे दिया था. थाने में शिकायत के बाद उसे जेल भी भेजा गया पर बाद में दीपक द्वारा माफी मांगने पर उन्होंने केस वापस ले लिया और दीपक की नौकरी लगवाकर उसे क्वार्टर में शिफ्ट करवाया था. गहने बेचने के बाद वह सीधे घर पहुंचा जहां उसने ट्युशन टीचर को बेरहमी से मारकर उसकी हत्या करने के बाद उसने शव को पलंग के बॉक्स के अंदर डाल दिया और फिर अपने दोस्त रोशन को खाने पर बुलाया. इस दौरान उसने रोशन और अंकित पर भी जानलेवा हमला किया.
इधर आस-पास के लोगों का कहना था कि कुछ दिनों से उसकी गतिविधियां ठीक नहीं थी. ज्वेलर्स दुकान के पास के लोगों ने बताया था कि उन्होंने दीपक को दो दिन पहले ही ज्वेलर्स से बात करते देखा था. शायद वह गहने बेचने की बात कर चुका था. इधर साले बिनोद ने बताया कि बहन वीणा ने सारे गहने चोरी की डर से उसके पास रखे थे. बहन ने तीन दिन पहले बताया कि उन्होंने बैंक में लॉकर ले लिया है इसलिए अब वह गहनों को लॉकर में रखवा देगी.
पुलिस ये सारे सवाल है, जिसका जवाब पुलिस ढूंढ रही है
पुलिस मामले की जांच तो कर रही है, लेकिन कई सवाल है जो उठते नजर आ रहे है. रात के वक्त मानो एक घर में हत्या को पति ने अंजाम दिया. बच्चों को मार दिया, यहां तक यह समझ आता है कि किसी पड़ोसी को जानकारी नहीं हुई होगी. लेकिन टीचर की हत्या दिन के उजाले में हुआ, जब सबसे ज्यादा लोग घरों में रहते है, लेकिन किसी को सुनाई नहीं दिया जबकि सारे क्वार्टर की दीवार एक दूसरे से जुड़े हुए है. टीचर की हत्या के बाद उसकै पैंट और पैंटी जबरन खोला गया था, जो यह बता रहा है कि हो सकता है कि उसके साथ दीपक ने कुछ गलत किया होगा और उसके बाद उसकी हत्या कर दी. लेकिन हत्या के बाद फिर से रोशन, उसकी पत्नी और उसके साले को क्यों खाने पर बुलाया. खाने पर बुलाया तो उसके साले पर ही हमला क्यों शुरू कर दिया, कहीं इस पूरे केस में रोशन या उसका साला तो कहीं कोई ”त्रिकोण” तो नहीं पैदा कर रहा है. वैसे उसका साला काफी गंभीर हालत में है, जिस कारण उसका बयान तक पुलिस नहीं ले पा रही है. वैसे पुलिस रोशन और उसकी पत्नी से भी पूछताछ करेगी.
दीपक कुमार, जिसने इस तरह की नृशंस हत्याकांड को अंजाम दिया है, उसके बारे में यह बताया जाता है कि वह अय्याश किस्म का व्यक्ति था. टाटा स्टील के फायर ब्रिगेड में वह ड्यूटी भी नहीं जा रहा था. करीब 20 दिनों से वह ड्यूटी नहीं जा रहा था, जिसकी सूचना तक उसने प्लांट को नहीं दी है. दीपक कुमार के बारे में यह कहा जाता है कि वह ड्यूटी पर बैठकर सिर्फ मोबाइल संचालित किया जाता था और वह अय्याश किस्म का व्यक्ति था. उसका कई गर्लफ्रेंड भी है. दीपक कुमार के पास तीन ही विकल्प है, या तो वह सरेंडर कर देगा, पुलिस उसको गिरफ्तार कर लेगी या फिर वह आत्महत्या कर सकता है, इस अंदेशा से भी इंकार नहीं किया जा सकता है. पुलिस उसके फेसबुक से भी जानकारी ले रही है. बिष्टुपुर होटल रामादा के पास अंतिम लोकेशन दीपक कुमार का मिला था. उसके बाद से वह मोबाइल बंद कर दिया. इसके बाद से उसका कोई लोकेशन नहीं मिल पा रहा है. उसके सारे परिजनों से भी पुलिस पता लगा रही है. पुलिस की ओर से अब दीपक के साले के बयान पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. घटना के जानकारी देते हुए रोशन की पत्नी आराध्या ने बताया कि दीपक ने रोशन को फोन कर खाने पर बुलाया था. उसने 2 से 3 बार फोन भी किया. वो अपने पति रोशन, एक साल की बेटी और अपने भाई अंकित के साथ लगभग 2 बजे दीपक के घर पहुंची. घर पहुंचने के बाद दीपक ने अपना एक कमरा बंद किया हुआ था. उसने दूसरे कमरे में बिठाया. भाई अंकित सोफे पर बैठा था. वो अपने पति के साथ बच्ची को लेकर बाथरूम में गई थी. जब वापस कमरे पर आई तो देखा कि दीपक उसके भाई अंकित पर हथौड़े से वार कर रहा था. जब रोशन उसे बचाने गए तो दीपक उस पर भी वार करने लगा. किसी तरह वह अपनी बच्ची को लेकर जान बचाकर बाहर भागी और आसपास के लोगों से मदद मांगी. इसी बीच दीपक अपना एक बैग उठाकर बुलेट लेकर वहां से चला गया. वे लोग इलाज के लिए टीएमएच पहुंचे जहां अंकित की स्थिति गंभीर बनी हुई है.
दीपक कुमार अपनी पत्नी और बच्चों के साथ गोवा में करीब एक लाख रुपये खर्च कर लौटा था. दीपक कुमार इसके बाद अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या कैसे कर दी, यह सवाल सबके मन में आ रहा है. वैसे अपने माता-पिता की मौत के बाद उसने अपने जमशेदपुर के परसुडीह के सोपोडेरा इलाके में अपने पैतृक संपत्ति को बेच दिया था और पैसे अर्जित की थी. इसके बाद से उसकी अय्याशी काफी ज्यादा बढ़ गयी थी और लगातार वह अय्याशी करते नजर आ रहा था.