यूनिवर्सिटी में थीं टॉपर, 24 की उम्र में बनेंगी अफसर पिता भी हैं सिविल सर्वेंट…
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लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- सरकारी अफसर की बिटिया को घर पर पढ़ाई-लिखाई का भरपूर माहौल मिला. उसने बचपन से सिविल सर्विस के दायित्वों को समझा. फिर बड़ी होकर खुद भी उसी राह पर चल पड़ी. हम बात कर रहे हैं नेहा ब्याडवाल की. इन्होंने अपने चौथे अटेंप्ट में यूपीएससी परीक्षा पास की और अब सर्विस एलोकेशन के बाद अफसर बन जाएंगी.
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अब तक नेहा ब्याडवाल की पहचान सिविल सर्वेंट की बेटी के तौर पर थी. लेकिन अब उन्हें खुद भी एक सिविल सर्विस ऑफिसर के तौर पर जाना जाएगा. इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है. कई बार झटका लगा, असफल भी हुईं लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य की तरफ डटी रहीं. नेहा ब्याडवाल की यूपीएससी सक्सेस स्टोरी काफी मोटिवेशनल है. उनके पिता श्रवण कुमार इनकम टैक्स के वरिष्ठ अफसर (सीआईटी) हैं. ऐसे में उन्होंने बचपन से ही घर पर वह माहौल देखा होगा, जिसकी हम सिर्फ कल्पना ही कर सकते हैं. पढ़िए नेहा ब्याडवाल से हुई बातचीत के कुछ अंश.
नेहा ब्याडवाल का जन्म राजस्थान की राजधानी जयपुर में 03 जुलाई, 1999 को हुआ था. हालांकि वह पली-बढ़ी छत्तीसगढ़ में हैं. वह अपने पिता को अपनी इंस्पिरेशन मानती हैं. उनका कहना है कि पिता एक सिविल सर्वेंट हैं और उन्हीं को देखकर उनके अंदर भी वह जज्बा पैदा हुआ था. पिता की ट्रांसफरेबल जॉब होने की वजह से नेहा ब्याडवाल की स्कूलिंग अलग-अलप राज्यों में हुई है. उनकी पढ़ाई-लिखाई जयपुर से शुरू हुई थी. उसके बाद उन्होंने एमपी के भोपाल में स्थित किडजी हाई स्कूल में एडमिशन लिया. फिर छत्तीसगढ़ के होली हार्ट्स, डीपीएस कोरबा और डीपीएस बिलासपुर से भी शिक्षा हासिल की.
नेहा ब्याडवाल पढ़ाई में काफी होशियार थीं. वह यूनिवर्सिटी टॉपर रही हैं. उन्होंने रायपुर के डीबी गर्ल्स कॉलेज से हायर एजुकेशन पूरी की है. उन्होंने इतिहास, अर्थशास्त्र और भूगोल जैसे विषयों में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है. यहां से पढ़ाई करके नेहा ब्याडवाल ने काफी कुछ सीखा. जिंदगी के इस पड़ाव ने उनकी पर्सनैलिटी पर काफी पॉजिटिव इंपैक्ट डाला था. वह बताती हैं कि यहां हर तरह के बैकग्राउंड और कल्चर की स्टूडेंट्स थीं. उनमें से कुछ ने उन्हें काफी प्रेरित किया. साथ ही उन्हें अपनी एक खास पहचान बनाने का जज्बा भी मिला. ऐसे में यहां का अनुभव बहुत शानदार रहा।
यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा पास करने से पहले नेहा कई बार एसएससी परीक्षा पास कर चुकी थीं. लेकिन उन्होंने कभी सरकारी नौकरी जॉइन नहीं की. उनका लक्ष्य सिविल सर्विस में जाने का था और अपनी मेहनत और सही गाइडेंस के दम पर वह उसे कम उम्र में हासिल कर पाने में सफल भी हुईं. 19 साल की उम्र में नेहा ने दिल्ली में स्थित Vajiram एंड Ravi से कोचिंग ली थी. लेकिन उसके बाद वह रायपुर वापस आ गई थीं. फिर यहीं रहकर सेल्फ स्टडी की. उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के अपने चौथे अटेंप्ट में 569वीं रैंक हासिल कर अफसर बनने का सपना पूरा किया है
नेहा ब्याडवाल ने यूपीएससी सीएसई परीक्षा की तैयारी कर रहे एस्पिरेंट्स के लिए कुछ खास टिप्स शेयर किए हैं. वह कहती हैं कि खुद पर कॉन्फिडेंस रखें और हमेशा कोशिश करते रहें. खूब मेहनत करें क्योंकि उसका कोई दूसरा विकल्प नहीं है. हर दिन के कुछ टारगेट बनाएं. उन्हें पूरा करने पर आप आगे और भी बेहतर करने के लिए मोटिवेट होंगे. जहां जरूरत हो, वहां मदद मांगें, सही लोगों से गाइडेंस लें. इस सफर के हर कदम पर हमेशा पॉजिटिव रहें. खुद को मजबूत बनाकर रखें और हर चीज में खुशियां ढूंढें. इस बैच के अभ्यर्थियों को अभी सर्विस अलॉट नहीं की गई है लेकिन नेहा ब्याडवाल को उम्मीद है कि उन्हें आईएएस कैडर मिलेगा.
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