राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर में वरिष्ठ शिक्षक सम्मान सह होली मिलन का आयोजन
जमशेदपुर (संवाददाता ):-एन.आई.टी. फेमिली क्लब की और से वरिष्ठ शिक्षक सम्मान सह होली मिलन कार्यक्रम संस्थान परिसर स्थित नव जीर्णोधारित क्लब हाउस में पूरे जोशखरोस एवं उत्सवपूर्ण माहौल में मनाया गया।विदित है कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का क्लब हाउस तकरीबन पिछले पच्चीस वर्षों से बंद एवं जीर्णशिर्ण अवस्था में था। हाल ही में संस्थान के निदेशक प्रो. करुणेश कुमार शुक्ल ने व्यक्तिगत रुचि लेकर इस क्लब हाउस का पुनर्निर्माण एवं रंगरोगन करवा कर पुन: चालू करवाया है।कार्यक्रम में संस्थान के पूर्व शिक्षकों जो काफी पहले संस्थान से अवकाश प्राप्त कर चुके थे को मेमेंटो देकर सम्मानित किया गया। पूर्व शिक्षकों में प्रो. वाई. एन. चौधरी, डॉ. बी. एन. प्रसाद, प्रो. बी. कुमार, प्रो. जे. एन. यादव, प्रो. बी.पी. वर्मा, डॉ. तारणी मंडल के साथ साथ संस्थान के कई प्रोफेसर अपने परिवार के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए जिसमें कई शिक्षक संस्थान से करीब 20 वर्ष पूर्व अवकाश प्राप्त चुके कई शिक्षक अपना उद्गार व्यक्त करते हुए काफी भावुक हो गए क्योंकि काफी लम्बे समय के बाद सभी आपस में मिल रहें थे।कार्यक्रम में शामिल कई पूर्व प्रोफेसर ने अपने संस्मरण सुनाते हुए संस्थान के वर्तमान विकास एवं प्रगति पर खुशी का इजहार करते हुए बताया कि आज वर्षों बाद फिर से संस्थान में आकर संस्थान से जुड़ने का आनंद एवं सम्मान महसूस कर रहा हूँ एवं संस्थान के निदेशक को धन्यवाद दिया।वरिष्ठ प्राध्यापक सम्मान समारोह सह होली मिलन कार्यक्रम की रूपरेखा का दायित्व संस्थान की महिला क्लब की अध्यक्षा सह निदेशक की धर्मपत्नी श्रीमती सरिता शुक्ला के नेतृत्व में सफलतापूर्वक किया गया। इस मौके पर वरिष्ठ प्राध्यापकों की धर्मपत्नी के साथ साथ संस्थान के वर्तमान प्राध्यापक भी अपने परिवार के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए।संस्थान के निदेशक प्रो. के. के. शुक्ल ने अपने संबोधन में इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन की आवश्यकता की और इंगित करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से सकारात्मक उर्जा एवं उमंग का संचार होता है एवं नये प्रोफेसर को अपने पूर्ववर्ती के इस अनुभवों से बहुत कुछ सिखाने का अवसर मिलाता है। निदेशक के संबोधन के साथ-साथ सभी वरिष्ठ प्राध्यापक एवं उपस्थित शिक्षक, पदाधिकारियों का परिचय संवाद और होली गीत की प्रस्तुति की गई।कार्यक्रम का समापन स्वरुचि भोजन के साथ सभी उपस्थित सदस्यों का आभार धन्यवाद व्यक्त करते हुए किया गया।कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो. शलेन्द्र कुमार, प्रो. एस. बी. प्रसाद, सारिका पंकज एवं रचना यादव ने विशेष योगदान दिया।