पीवी सिंधू ने 452वीं जीत दर्ज करके रचा इतिहास, वर्ल्ड नंबर-6 को कड़े मुकाबले में मात देकर सेमीफाइनल में की एंट्री…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- भारत की स्टार महिला शटलर पीवी सिंधू ने मलेशिया मास्टर्स के सेमीफाइनल में एंट्री कर ली है। दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधू ने शीर्ष वरीय चीन की हान यू को संघर्षपूर्ण मुकाबले में 21-13 14-21 21-12 से मात देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। सिंधू ने 55 मिनट तक चले कड़े मुकाबले के बाद जीत दर्ज की। पीवी सिंधू ने आखिरी बार 2022 में बीडब्ल्यूएफ खिताब जीता था।
भारत की स्टार महिला शटलर पीवी सिंधू ने शुक्रवार को मलेशिया मास्टर्स के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। सिंधू ने शीर्ष वरीय चीन की हान यू को संघर्षपूर्ण मुकाबले में मात देकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की। दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट सिंधू ने कड़े मैच में हान यू को 21-13, 14-21, 21-12 के अंतर से मात दी।
पीवी सिंधू अब सेमीफाइनल में सिंगापुर की पुतरी कुसुमा वर्दानी और थाईलैंड की बुसानन ओंगबांरंगफान की विजेता से भिड़ेंगी। याद हो कि सिंधू ने सिम यू जिन को 21-13, 12-22, 21-14 से मात देकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था। सिंधू अपनी विजयी लय चीनी शटलर के खिलाफ बरकरार रखने में कामयाब रहीं।
महान भारतीय शटलर सिंधू
पीवी सिंधू ने हान यू को मात देकर अपने करियर की 452वीं जीत दर्ज की और इतिहास रच दिया। सिंधू ने किसी भी भारतीय शटलर से ज्यादा जीत दर्ज की। पीवी सिंधू आधिकारिक रूप से भारत की सर्वश्रेष्ठ शटलर बन गई हैं।
विश्व में 15वीं रैंकिंग वाली सिंधू का ध्यान बीडब्ल्यूएफ खिताब जीतने पर है, जो आखिरी बार उन्होंने 2022 में जीता था। बता दें कि सिंधू ने वर्ल्ड नंबर-6 हान यू के खिलाफ मैच में शानदार शुरुआत की और पहला गेम 21-13 से अपने पक्ष में किया। पहले गेम में सिंधू को हान यू को शिकस्त देने में ज्यादा तकलीफ नहीं हुई। इसके बाद चीनी शटलर ने अपने चिर-परिचित अंदाज में दमदार वापसी की और दूसरा गेम 14-21 के अंतर से जीता।
पेरिस ओलंपिक्स में सिंधू से उम्मीदें
दूसरे गेम में सिंधू के हाल देखकर लग रहा था कि वो कहीं मैच नहीं हार जाएं। मगर भारतीय शटलर ने तीसरे गेम में जोरदार वापसी की और हान यू को 21-12 के अंतर से हरा दिया। सिंधू की कोशिश हर हाल में मलेशिया मास्टर्स खिताब जीतने पर होगी, जिससे उनका विश्वास लौट आए। ऐसा इसलिए क्योंकि सिंधू को इस साल पेरिस ओलंपिक्स में भाग लेना है और देश को उनसे पदक की उम्मीदें हैं।