गायत्री परिवार द्वारा पुंसवन संस्कार का प्रशिक्षण प्रारम्भ हुआ
जमशेदपुर :- प्रज्ञा महिला मंडल टाटानगर की बहनो द्वारा गायत्री ज्ञान मंदिर,भालुवासा में आओ गढ़ें संस्कारवान पीढ़ी अभियान के अंतर्गत पुंसवन संस्कार का प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ । इसके अन्तर्गत माँ के पेट से ही बच्चों में संस्कार का बीजारोपण कैसे हो । उस सनातनी बिधा की जानकारी दिया गया ।संस्कार परंपरा हमारे ऋषि- मुनियों द्वारा बैज्ञानिक आधार पर विकशित परम्पर है । गर्भ में जिस प्रकार की आत्मा का आवाहन किया जाता है और माता पिता उसके अनुरूप आचरण करते हैं, उसी प्रकार की संतान का जन्म होता है ।बर्तमान बैज्ञानिक भी इससे सहमत हैं । बताया गया कि जन्म लेने वाले बच्चे का 80 प्रतिशत विकाश माँ के पेट में ही हो जाता है । इशलिये कोई महिला जब गर्भ धारण करती हैं, उसी दौरान पुंसवन संस्कार के माध्यम से आने वाले बच्चे को संस्कार दिया जाता है । जो हमारे सनातन धर्म में पहले से उल्लेख है । गायत्री परिवार द्वारा संस्कार परम्परा को पुनर्जीवित करने और गर्भ संस्कार को आंदोलन का स्वरूप देने जा रहा है । इस प्रशिक्षण शिविर का अध्यक्षता बहन रेखा शर्मा ने किया । इस शिविर में बहन रूबी शर्म,बिन्देस्वरी देवी,रंजीत राय ने अपना अपना अनुभव को शेयर किया । जमशेदपुर शहर में जो भी गर्भवती बहनें अपना पुंसवन संस्कार कराना चाहते हैं वह इस 7488498767 पे संपर्क कर सकते है । यह संस्कार प्रज्ञा महिला मंडल, गायत्री परिवार टाटानगर की बहनो द्वारा निःशुल्क कराया जायेग ।