जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम की खेती का किया गया अवलोकन

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बिक्रमगंज /रोहतास (संवाददाता ):- शनिवार को कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज रोहतास में 3 विभिन्न प्रखंडों के 120 महिला एवं पुरुष कृषक को जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम की खेती का अवलोकन किया गया । नोखा, कोचस एवं दावथ प्रखंड के किसानों ने शनिवार के प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम में भाग लिया । सभी किसानों को जलवायु अनुकूल खेती अंतर्गत लगे हुए मक्का, चना, मसूर, सरसों, गेहूं इत्यादि फसलो की जानकारी दी गई । उनकी जानकारी दी गई किसानों ने आलू सरसों एवं आलू मक्का की मिश्रित खेती को देखा । उन्होंने प्रक्षेत्र में लगाए हुए 15 विभिन्न गेहूं के प्रभेदों का अवलोकन किया । इस कार्यक्रम में उपस्थित वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान आर के जलज ने सभी किसानों को संबोधित करते हुए कहा की धान-गेहूं फसल प्रणाली की बजाय धान-गेहूं , मूंग , तीन फसली प्रणाली अपनाएं । सभी फसलों को जीरो टिलेज तकनीक से लगाकर अपनी लागत खर्च को कम करें। जलवायु अनुकूल उन्नत प्रभेदो का हमेशा चुनाव करें। कार्यक्रम में उपस्थित प्रवीण पटेल कार्यक्रम सहायक ने सभी किसानों को प्रक्षेत्र का भ्रमण कराया । कृषि विज्ञान केंद्र में चल रही अन्य गतिविधियों जैसे मशरूम स्पान उत्पादन, मशरूम उत्पादन, वर्मी कंपोस्ट उत्पादन, समेकित कृषि पालन इकाई इत्यादि के बारे में भी सभी किसानों को विस्तृत रूप से जानकारी दी गई । तीनों प्रखंड के प्रखंड तकनीकी प्रबंधक एवं कृषि तकनीकी प्रबंधक गोविंद कुमार, ममता कुमारी, श्रीकांत कुमार, विकास कुमार, आशुतोष कुमार इत्यादि सहित कृषि विज्ञान केंद्र के राकेश कुमार भी मौजूद थे । कृषको में दावथ प्रखंड से प्रियव्रत, रामजी राय, निर्मल कुमार त्रिपाठी, तेजनारायान कुमार, कमल किशोर सिंह, राकेश कुमार, प्रिंस कुमार पटेल, विक्रमा सिंह व नोखा प्रखंड से धनंजय कुमार, नकुल सिंह, मनोज सिंह, रामदेव चौधरी, दुलारचंद सिंह, बाबू रामपाल, सुरेश राम, भोला सिंह, मंगल सिंह एवं कोचस प्रखंड से अन्नपूर्णा कुमारी, नम्रता देवी, पिंकी देवी, जगरूपना देवी, संध्या देवी, सविता कुंवर, सुनीता देवी, कंचन कुमारी, चंद्रावती कुमारी, पिंकी कुमारी इत्यादि ने भाग लिया ।

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