वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कांग्रेस सरकार है जिम्मेदार पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों के लिए
नई दिल्ली : देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर हैं. हालांकि लगभग पिछले एक महीने से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं देखने को मिला है. क्या भविष्य में तेल की कीमतों गिरावट होगी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमारे हाथ बंधे हुए हैं. उन्होंने पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों के लिए डाॅ मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कांग्रेस सरकार ने सरकारी तेल कंपनियों को ईंधन के कृत्रिम रूप से कम रखे गये खुदरा बिक्री मूल्य और लागत में अंतर की भरपाई के लिये बांड जारी किए थे. ये ऑयल बांड अब ‘मेच्योर’ हो रहे हैं और इनका ब्याज के साथ भुगतान किया जा रहा है.
वित्त मंत्री ने बताया की पिछले पांच साल में 60,000 करोड़ रुपये से अधिक ब्याज का भुगतान किया है और अभी भी 1.30 लाख करोड़ रुपये बकाया हैं. अगर मुझ पर ऑयल बांड के लिए भुगतान करने का बोझ नहीं होता तो मैं ईंधन पर उत्पाद शुल्क कम करने की स्थिति में होती.
वित्त मंत्रालय के मुताबिक ऑयल बॉन्ड्स पर ब्याज के भुगतान पर 2014-15 में करीब 10255 करोड़ रुपए खर्च हुए और 2015-16 से अब तक हर साल 9989 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. सरकार को अभी 37340 करोड रुपए इंटरेस्ट पेमेंट के तौर पर और खर्च करने होंगे.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पेट्रोल डीजल की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर आम लोगों की चिंता जायज है. उन्होंने कहा, “जब तक केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर इस समस्या का हल ढूंढने पर चर्चा नहीं करेंगे, इसका हल संभव नहीं है. महंगाई दर पर वित्त मंत्री ने कहा कि इस साल महंगाई दर 2 फ़ीसदी से 6 फ़ीसदी के बीच रहने की उम्मीद है.
रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स को खत्म करने के लिए संसद में पारित ने कानून पर वित्त मंत्री ने कहा कि वह इससे जुड़े विवाद को सुलझाने के दौरान कानून के दायरे में रहते हुए ही पहल करेंगी. वित्त मंत्री ने कहा कि जल्दी ही नए टैक्सेशन रोल्स लॉ को लागू करने के लिए नियमों को फ्रेम कर लिया जाएगा.
अफगानिस्तान में सत्ता परिवर्तन के बाद भारत सरकार के प्रोजेक्टस और निवेश की सुरक्षा पर वित्त मंत्री ने कहा, “इस पर कुछ भी टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगा. विदेश मंत्रालय अफगानिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए हरसंभव पहल कर रही है.
UPA Govt had reduced fuel prices by issuing Oil Bonds of Rs 1.44 lakh crores. I can't go by the trickery that was played by previous UPA Govt. Due to Oil Bonds, the burden has come to our Govt, that's why we are unable to reduce prices of petrol & diesel: FM Nirmala Sitharaman pic.twitter.com/8zMJoLRFmZ
— ANI (@ANI) August 16, 2021
वित्त मंत्री ने कहा कि कोरोनावायरस की दूसरी लहर के बाद अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार हुआ है और आने वाले त्योहारों के सीजन में सरकार को उम्मीद है कि बाजार में डिमांड में और सुधार होगा क्योंकि लॉकडाउन के नियमों को देश के बड़े हिस्से में काफी रिलैक्स किया गया है.