बिष्टूपुर स्थित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर प्रांगण में शास्त्रीय संगीत संध्या कार्यक्रम में देर रात तक संगीत प्रेमियों ने लिया संगीत का आनंद
जमशेदपुर : बिष्टूपुर स्थित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर प्रांगण में शास्त्रीय संगीत संध्या कार्यक्रम में देर रात तक संगीत प्रेमियों ने संगीत का आनंद लिया। ज्ञात है कि यहाँ विगत 34 वर्षों से प्रत्येक मंगलवार को निरंतर संगीत के कार्यक्रम होते चले आ रहें हैं। इसी क्रम में भोजपुर आरा की अंतरराष्ट्रीय स्तर की महान कथक नृत्यांगना आदित्या श्रीवास्तव ने शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति दी। उन्होने अपनी प्रस्तुति में तीन ताल मध्य लय और द्रुत लय में बहुत सुंदर नृत्य किया। फिर द्रोपदी चीर हरण पर भाव नृत्य कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। उनके साथ तबले पर भोजपुर के हीं जाने-माने कथक गुरु बक्शी विकास ने तबला संगत किया, हारमोनियम पर प्रतिष्ठित गायक बीरेन्द्र उपाध्याय ने तथा बाँसुरी संगत अशोक दास ने की।इसके पूर्व आराध्या तिवारी ने अपने नृत्य की प्रस्तुति से श्रोताओं को खूब आनंदित किया।उसके बाद जमशेदपुर शहर के शास्त्रीय संगीतज्ञ बीरेन्द्र उपाध्याय एवं प्रतिष्ठित बाँसुरी वादक अशोक दास की अत्यंत मधुर जुगलबंदी की प्रस्तुति हुई।इन दोनों कलाकारों ने बरसात के मौसम के अनुरूप राग ‘मिया मल्हार’ की प्रस्तुति से संगीत प्रेमी रसिकों का दिल जीत लिया।पहले बड़ा खयाल जिसके बोल ‘बूंद ना भीजे मोरी सारी अब घर जाने दे बनवारी’ गाया फिर तीन ताल में छोटा ख्याल जिसके बोल बीजुरी चमके बरसे री’ गाया फिर द्रुत एकताल में एक सुन्दर तराना सुनाया। श्रोताओं की माँग पर अंतिम प्रस्तुति में एक मशहूर ठुमरी ‘याद पिया की आए’ सुनाकर सभी को संगीत के सुर सागर में डुबकी लगवाया। इनके साथ तबला पर श्री स्वरूप मोइत्रा एवं हार्मोनियम पर अशोक प्रामाणिक ने बहुत सुन्दर संगत किया।सभी कलाकारों को अंग वस्त्र एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन संकट मोचन संगीत समिति के अभिभावक तबला गुरु दयानाथ उपाध्याय ने किया। इस कार्यक्रम में लल्लन द्विवेदी, सुभाष बोस,मिहिर बनर्जी अनिरुद्ध सेन,कवि शिरोमणि माधव पांडे ‘निर्मल’ नीलांजन मोइत्रा डॉ सनातन दीप,अनिल सिंह,समीर घोष,नूपुर गोस्वामी, दशरथ उपाध्याय उपस्थित थे।