चांडिल के कुकडू प्रखंड में विद्यालय बनने के 3 वर्ष बाद भी लटक रहा ताला
जमशेदपुर: चांडिल अनुमंडल अंतर्गत कुकडू प्रखंड में पिछले तीन वर्ष से झारखंड आवासीय बालिका विद्यालय बनकर तैयार है. लेकिन विद्यालय के भवन में अब-तक पठन-पाठन शुरू नहीं किया गया है. विद्यालय भवन बनकर तैयार है. फिर भी कुकडू प्रखंड क्षेत्र की बच्चियों को नीमडीह प्रखंड के विद्यालय भवन में पढ़ना पड़ रहा है. इससे ना केवल बच्चियों को बल्कि उनके अभिभावकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल कुकड़ू प्रखंड की 360 छात्राएं नीमडीह के कस्तूरबा विद्यालय में पढ़ाई कर रही है. जहां एक बेड पर दो बच्चियां सोती है. भवन में पठन-पाठन का कार्य शुरू करने की मांग को लेकर मंगलवार को अभिभावकों ने विद्यालय परिसर में बैठक किया.
बैठक की समाप्ति के बाद अभिभावकों ने गोराचांद सिंह मुंडा के नेतृत्व में कुकड़ू प्रखंड कार्यालय में राज्य के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और जिले के उपायुक्त के नाम हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौपा. ज्ञापन में एक महीने के अंदर झारखंड आवासीय विद्यालय को शुरू करवाने की मांग की गई है. इसके साथ ही एक महीने में विद्यालय का संचालन शुरू नहीं होने पर प्रखंड कार्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन करने का चेतावनी दी गई है. अभिभावकों ने पूछा कि आखिर क्या कारण है कि विद्यालय भवन बनने के तीन साल बाद भी पठन-पाठन का काम शुरू नहीं किया गया है. कुकडू में स्कूल नहीं चलाना था तो भवन बनाने में सरकारी राशि क्यों खर्च की गई. बैठक में सरायकेला-खरसावां जिला परिषद उपाध्यक्ष मधुश्री महतो, कुकड़ू प्रखंड प्रमुख प्रतिमा वाला पातर, समाजसेवी सुनील कुमार महतो, गोराचांद सिंह मुंडा समेत कई लोग मौजूद थे.