जानें कौन है राम भजन कुम्हारा : राजस्थान के छोटे से गाँव बापी में गरीबी में जन्मे थे राम भजन कुम्हारा, राम भजन ने अपनी कठिन परिस्थिति के बावजूद बाधाओं को पार कर यूपीएससी परीक्षा में 667वां स्थान प्राप्त किया था…

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लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:राम भजन कुम्हारा का नाम UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) की परीक्षा में 667वां स्थान प्राप्त करने के बाद चर्चा में आया। यह उपलब्धि विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा है और उन्होंने समाज के एक निम्न वर्ग से आने के बावजूद इतनी बड़ी सफलता हासिल की है।

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राम भजन कुम्हारा का जन्म राजस्थान के एक छोटे से गांव में हुआ था। उनका परिवार मिट्टी के बर्तन बनाने का काम करता था, जो उनके जीविका का मुख्य साधन था। गरीबी और संसाधनों की कमी के बावजूद, राम भजन के माता-पिता ने उन्हें शिक्षा देने का पूरा प्रयास किया।

राम भजन की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल में हुई। सीमित संसाधनों के बावजूद, उन्होंने अपनी पढ़ाई में कभी समझौता नहीं किया। उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने जयपुर का रुख किया, जहां उन्हें कई आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद, उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से अपने सपनों को साकार करने का संकल्प लिया।

राम भजन ने UPSC की परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली का रुख किया। यहां उन्होंने कोचिंग क्लासेस में दाखिला लिया और साथ ही स्वयं अध्ययन भी जारी रखा। उनकी सफलता के पीछे उनकी अनुशासन, मेहनत और रणनीतिक तैयारी का बड़ा योगदान रहा।

साल 2024 में आयोजित UPSC की परीक्षा में उन्होंने 667वीं रैंक प्राप्त की। यह रैंक उनके जीवन की कठिनाइयों और संघर्षों के बावजूद उनके सपनों को साकार करने की एक बड़ी उपलब्धि थी। उनकी यह सफलता उन सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है जो कठिनाइयों से हार मानने के बजाय उन्हें पार कर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं।

राम भजन कुम्हारा की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो समाज के निम्न वर्ग से आते हैं और बड़ी-बड़ी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। उनका संदेश स्पष्ट है: मेहनत, लगन और दृढ़ संकल्प से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। समाज में सुधार और परिवर्तन लाने की दिशा में उनकी यह सफलता महत्वपूर्ण है और उन्होंने यह साबित कर दिया है कि सच्चे प्रयास से कुछ भी संभव है।

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